राजनाथ सिंह ने एससीओ के साझा बयान पर हस्ताक्षर नहीं किए। भारत ने आतंकवाद पर अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज कराई, जिसमें कहा गया कि "कुछ देश क्रॉस-बॉर्डर टेररिज्म को नीति के एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल करते हैं और आतंकवादियों को पनाह देते हैं।"