सोमवार को 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अग्निपथ योजना के तहत भर्ती हुए अग्निवीरों के सर्वोच्च बलिदान होने पर पर उनके परिवार को मुआवजा न मिलने पर सवाल उठाए थे. जिसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के दावे को पूरी तरह से खारिज करते हुए संसद में बयान दिया कि अगर कोई अग्निवीर प्राणों की आहुति देता है, तो उसके परिजनों को एक करोड़ रुपये की सांत्वना राशि दी जाती है. लेकिन दावे का सच क्या है?