मौलाना मदनी ने अल फलाह यूनिवर्सिटी पर चल रही कार्रवाई को लेकर सरकार पर सवाल उठाए और आजम खान का नाम लेते हुए बयान दिया कि मुसलमान देश में उच्च पदों पर नहीं आ पाते जबकि विदेशों में वे मेयर बन सकते हैं. उन्होंने कहा कि यदि कोई मुसलमान विश्वविद्यालय का वाइस चांसलर बनता है तो उसे जेल जाना पड़ता है.