भारत ने 1971 में बांग्लादेश की आजादी में अहम भूमिका निभाई थी. भारतीय सैनिकों ने बहादुरी दिखाते हुए 13 दिन में युद्ध जीतकर दशकों तक दोस्ती की उम्मीद जगाई. लेकिन 54 वर्षों में पाकिस्तान समर्थित षड्यंत्रकारियों और राजनीतिक हलकों के कारण दोनों देशों के रिश्ते जटिल हुए. बांग्लादेश में निरंतर बढ़ते भारत विरोधी कट्टरपंथ और कई सैन्य सरकारों के शासन ने स्थिति को चुनौतीपूर्ण बना दिया. शेख मुजीब की हत्या के बाद शुरू हुए ये परिवर्तन दोनों देशों के बीच कसाव का कारण बने.