शिक्षा के पाठ्यक्रम में बदलाव को लेकर देश में एक बड़ी बहस छिड़ गई है. आठवीं कक्षा की किताबों में कुछ पन्ने बदलने और नई लाइनें जोड़ने पर विपक्ष ने आरोप लगाया है कि यह शिक्षा का भगवाकरण है. विपक्ष का कहना है कि यह कदम हिंदू-मुस्लिम राजनीति और वोट बैंक के लिए उठाया गया है.