सुप्रीम कोर्ट ने 'डिजिटल अरेस्ट' के बढ़ते मामलों पर स्वतः संज्ञान लिया है, जिसमें अंबाला के एक बुजुर्ग दंपति से 1.5 करोड़ रुपये की ठगी की गई. न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची की पीठ ने इस मामले पर सुनवाई की. अदालत ने इस बात पर गंभीर चिंता व्यक्त की कि अपराधी सुप्रीम कोर्ट के नाम और मुहर का दुरुपयोग कर रहे हैं.