पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद हो रहे पहले संसद सत्र के पहले दिन, एकजुटता के संदेश की जगह आर-पार की सियासत हावी रही। लोकसभा में दिन भर हंगामे के बीच केवल 35 मिनट ही काम हो सका. विपक्ष 'ऑपरेशन सिंदूर पर प्रधानमंत्री जवाब दो' जैसे नारे लगाता रहा, जिसके कारण सदन की कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी.