कफ सिरप के कारण 16 बच्चों की मौत मामले में एक डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने इस गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं. IMA के अनुसार, डॉक्टर की जिम्मेदारी दवाई लिखने तक होती है, न कि उसकी गुणवत्ता जांचने की. संगठन ने कहा कि दवाई में मिलावट या उसकी गुणवत्ता की जांच ड्रग कंट्रोलर और निर्माता की जिम्मेदारी है.