भारतीय रेलवे अपने यात्रियों की सुविधाओं का ख्याल रखते हुए तरह-तरह के बदलाव करता है. रेलवे विभाग द्वारा तकनीकी बदलाव के साथ-साथ सुविधाओं को वर्ल्ड क्लास बनाने पर जोर दिया जा रहा है. रेलवे कम खर्च में बेहतरीन सुविधाएं यात्रियों को मुहैया कराने की कोशिश कर रहा है. इसी कड़ी में 2 साल पहले भारतीय रेल ने 3 एसी इकोनॉमी कोच की शुरुआत की थी.
क्यों जोड़े गए थे 3 AC इकोनॉमी कोच के डिब्बे?
दरअसल, भारत में कई आय वर्ग के लोग रहते हैं. कई लोगों को थर्ड एसी का किराया वहन करने में दिक्कत होती थी. ऐसे में यात्री कम खर्च में वातानुकूलित यात्रा का लाभ उठा सकें, इसके लिए थर्ड एसी इकोनॉमी क्लास के डिब्बों को गाड़ी संख्या 02403 प्रयागराज से चलकर जयपुर जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन में जोड़ा गया था. इन कोचों का शुरुआती निर्माण कपूरथला कोच फैक्ट्री में किया गया था.
रेलवे ने कम किया थर्ड AC इकोनॉमी क्लास का किराया
रेलवे ने पिछले साल थर्ड एसी इकोनॉमी क्लास का किराया भी थर्ड एसी के बराबर कर दिया था. यात्रियों ने इसको लेकर अपनी नाराजगी भी जाहिर की थी. फिर, 22 मार्च 2023 से भारतीय रेलवे ने एक बार फिर थर्ड एसी इकोनॉमी क्लास का किराया पहले जैसा कर दिया है. हालांकि, ज्यादातर लोगों को थर्ड एसी और थर्ड एसी इकोनॉमी क्लास के बीच का अंतर नहीं पता है. आइए जानते हैं इन दोनों में क्या खास अंतर होता है.
थर्ड एसी और थर्ड एसी इकोनॉमी क्लास के बीच का अंतर
थर्ड एसी इकोनॉमी क्लास के डिब्बे सामान्य थर्ड एसी से काफी अलग होते हैं. सामान्य थर्ड एसी में कुल 72 सीटें होती हैं. वहीं, थर्ड एसी इकोनॉमी क्लास में 83 सीटें होती हैं. अगर हम किराए की बात करें तो ऐसी इकोनॉमी क्लास का किराया सामान्य थर्ड एसी क्लास के किराए से 8% कम होता है.
इन डिब्बों में मिलती हैं ये सुविधाएं
थर्ड एसी इकोनॉमी क्लास के शौचालय में भी दिव्यांग जनों के प्रवेश के लिए अनुकूल प्रावधान किए गए हैं. इसके डिब्बों के शौचालयों के दरवाजे भी काफी चौड़े होते हैं ताकि दिव्यांग जनों को कोई परेशानी ना हो. यात्रियों को आरामदायक सफर का अनुभव कराने के लिए सीटों का निर्माण बेहतर और मॉडल डिजाइन में किया गया है.साथ ही साथ हर एक पैसेंजर के लिए यूएसबी चार्जिंग प्वाइंट और रीडिंग लाइट की व्यवस्था भी की गई है.
डिब्बों में सीसीटीवी कैमरे की भी व्यवस्था
थर्ड एसी इकोनॉमी क्लास में एसी कही ठंडी हवा हर पैसेंजर तक पहुंची इसके लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं. इसके साथ ही मिडिल और अपर बर्थ तक पहुंचने के लिए आरामदायक और आधुनिक सीढ़ी का भी निर्माण किया गया है.यही नहीं इन कोचों में फायर सेफ्टी की भी बेहतरीन व्यवस्थ है.इसके साथ ही साथ सीसीटीवी कैमरा भी लगा होता है.
उदय गुप्ता