बंगाल में बीच सड़क पर कपल की पिटाई करता दिखा 'JCB', तलाश में जुटी पुलिस

इस वीडियो को माकपा के पोलित ब्यूरो सदस्य और माकपा नेता मोहम्मद सलीम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया है. जानकारी के मुताबिक उत्तरी दिनाजपुर के चोपड़ा इलाके का एक दबंग युवा एक युवक युवती की सरेआम पिटाई कर रहा है. यह घटना सालीसी सभा में सजा देने की बताई जा रही है. 

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फोटो: सोशल मीडिया वीडियो/X फोटो: सोशल मीडिया वीडियो/X

अनुपम मिश्रा / ऋत्तिक मंडल

  • कोलकाता,
  • 30 जून 2024,
  • अपडेटेड 7:10 PM IST

पश्चिम बंगाल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है जिसमें एक शख्स बीच सड़क पर डंडे से एक महिला और पुरुष की पिटाई करता हुआ नजर आ रहा है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.

चोपड़ा ब्लॉक के लखीपुर ग्राम पंचायत के दिघलगांव इलाके में एक प्रेमी और प्रेमिका को सालीसी सभा (Kangaroo court) में बेरहमी से पीटने की घटना का वीडियो वायरल होने से इलाके में हड़कंप मच गया है.

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सालीसी सभा में सजा देने की बात

इस वीडियो को माकपा के पोलित ब्यूरो सदस्य और माकपा नेता मोहम्मद सलीम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया है. जानकारी के मुताबिक उत्तरी दिनाजपुर के चोपड़ा इलाके का एक दबंग युवा एक युवक-युवती की सरेआम पिटाई कर रहा है. यह घटना सालीसी सभा में सजा देने की बताई जा रही है. 

आरोपी को इलाके में जेसीबी कहते हैं लोग

हालांकि कौन पीट रहा है और किसकी पिटाई की जा रही है, ये बात फिलहाल सामने नहीं आई है. पुलिस और प्रशासन की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. कहा जा रहा है कि वीडियो में जो शख्स पिटाई करता नजर आ रहा है उसे स्थानीय लोग जेसीबी के नाम से बुलाते हैं क्योंकि इलाके में वह बहुत शक्तिशाली है.

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क्या है कंगारू कोर्ट?

दरअसल, कंगारू कोर्ट का आशय उस तरह की अदालत या पंचायत से है, जहां गैरकानूनी तरीके से किसी को आरोपी मानकर सजा दी जाती है. या कहें कि लोगों के किसी समूह के दबाव में आकर एकतरफा फैसला सुना दिया जाता है.

'महिलाओं पर हमले अस्वीकार्य हैं'

मामले पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, 'महिलाओं पर हमले अस्वीकार्य हैं, चाहे उनकी जाति कुछ भी हो. चुनाव हो चुके हैं, नतीजे घोषित हो चुके हैं और सत्तारूढ़ दल ने राज्य में सबसे अधिक सीटें जीती हैं, तो सरकार राज्य में हिंसा का सहारा क्यों ले रही है? देश में चुनाव के बाद हम कहीं भी ऐसे मामले नहीं देख रहे हैं जैसे बंगाल में देखे जा रहे हैं. किसी को भी महिलाओं के खिलाफ हिंसा करने का अधिकार नहीं है.'

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