किसान आंदोलन पर अब UN मानवाधिकार ने किया ट्वीट, कहा- अधिकतम संयम बरतें

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार ने अपने ट्वीट में लिखा कि हम भारत में अधिकारियों और प्रदर्शनकारियों से कहना चाहते हैं कि Farmers Protests में अधिकतम संयम बरतें. अभिव्यक्ति के अधिकार को शांतिपूर्ण तरीके से ऑफ़लाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से संरक्षित किया जाना चाहिए.

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किसान आंदोलन पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार का ट्वीट किसान आंदोलन पर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार का ट्वीट

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 05 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 11:12 PM IST
  • किसान आंदोलन पर UN मानवाधिकार का ट्वीट
  • अधिकारियों और प्रदर्शनकारियों से संयम बरतने की अपील
  • इंटरनेट बैन का भी जिक्र किया

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन को कई इंटरनेशनल हस्तियों ने समर्थन दिया है. पॉप स्टार रिहाना से लेकर पर्यावरण एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने तक ने किसान आंदोलन के मसले पर ट्वीट किया. जिसको लेकर देश में सियासत देखने को मिल रही है. इस बीच शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार (UN Human Rights) ने भी किसान आंदोलन पर एक ट्वीट किया. जिसमें इंटरनेट बैन का भी जिक्र किया गया.  

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संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार ने अपने ट्वीट में लिखा कि हम भारत में अधिकारियों और प्रदर्शनकारियों से कहना चाहते हैं कि Farmers Protests में अधिकतम संयम बरतें. अभिव्यक्ति के अधिकार को शांतिपूर्ण तरीके से ऑफ़लाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके से संरक्षित किया जाना चाहिए. सभी के लिए इस मसले का उचित समाधान खोजना महत्वपूर्ण है. 

गौरतलब है कि भारत में दो महीने से जारी किसानों का आंदोलन अब दुनियाभर में सुर्खियां बटोर रहा है. बीते दिन ही अमेरिकी पॉप स्टार रिहाना ने इसको लेकर अपना समर्थन जताया. इसके बाद से ही इंटरनेशनल सेलेब्रिटी लगातार किसान आंदोलन को लेकर अपनी राय रख रहे हैं. रिहाना के ट्वीट करने के बाद ग्रेटा थनबर्ग ने भी भारत में जारी किसानों के आंदोलन को लेकर ट्वीट कर दिया. उन्होंने लिखा कि हम भारत में जारी किसानों के आंदोलन के साथ एकजुटता के साथ खड़े हैं. 

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पर्यावरण को लेकर काम करने वालीं भारतीय एक्टिविस्ट लिसिप्रिया कंगुजम ने भी बीते दिन ट्विटर पर खुलकर किसान आंदोलन का समर्थन किया. उधर, एडल्ट स्टार मिया खलीफा ने भी इस मसले पर ट्वीट किया है. हालांकि, भारतीय विदेश मंत्रालय ने किसी भी बाहरी बयानबाजी को नकारते हुए इसे विदेशी प्रोपेगेंडा का हिस्सा करार दिया.

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