पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में कथित तौर पर तीस्ता नदी के बाढ़ के पानी में मोर्टार शेल फटने से कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और चार लोग घायल हो गए. पुलिस ने इस घटना की जानकारी दी है.
पुलिस का कहना है कि यह मोर्टार शेल सेना का था और बुधवार को सिक्किम में बादल फटने और अचानक आई बाढ़ के बाद पहाड़ियों से बाढ़ के पानी में बहते हुए जलपाईगुड़ी पहुंच गया था जहां उसमें धमाका हो गया.
पुलिस ने कहा कि विस्फोट में मारे गए दोनों लोगों की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'घायल हुए चारों लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस मामले में गहन जांच शुरू कर दी गई है.'
स्थानीय पुलिस सूत्रों ने कहा है कि पीड़ित संभवतः बाढ़ के पानी के द्वारा बहकर आए मोर्टार के गोले को पहचानने की कोशिश कर रहे थे उसी दौरान गुरुवार की रात उसमें विस्फोट हो गया. पुलिस ने कहा, 'इस धमाके में घायल चार लोगों में से दो की हालत गंभीर है और मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है.'
सिक्किम में बादल फटने से अचानक आई बाढ़
बता दें कि बीत दिनों सिक्किम के तीस्ता नदी में बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई थी. अचानक आई बाढ़ से 18 लोगों की मौत हो गई थी. गुरुवार को रेस्क्यू टीमों ने तीस्ता नदी बेसिन और उत्तरी बंगाल के निचले हिस्से में मोर्चा संभाला और बाढ़ के फंसे लोगों को वहां से निकाला. अधिकारियों ने बताया कि अभी भी बड़ी संख्या में लोग लापता हैं. अचानक में आए पानी में लोग बह गए हैं. 22 सैन्यकर्मियों समेत 98 लोग लापता हो गए.
सरकार की तरफ से बताया गया है कि मंगन जिले में 4, गंगटोक में 5, पेक्यांग जिले में आर्मी जवानों समेत 10 की जान गई है. बाढ़ की वजह से सिक्किम में 11 पुल ढह गए हैं. सिर्फ मंगन जिले में ही 8 पुल बह गए हैं. नामची में दो और गंगटोक में एक पुल बह गया है. चार प्रभावित जिलों में पानी की पाइपलाइन, सीवेज लाइनें और 277 घर, दोनों कच्चे और कंक्रीट नष्ट हो गए हैं.
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