हाथियों की देखभाल की ट्रेनिंग लेने थाईलैंड भेजे जाएंगे महावत, तमिलनाडु सरकार का फैसला

बंदी हाथियों की देखभाल संबंधी प्रशिक्षण के लिए तमिलनाडु सरकार 13 महावतों को थाईलैंड भेजेगी. राज्य के पर्यावरण जलवायु परिवर्तन और वन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव आईएएस सुप्रिया साहू ने ट्वीट कर जानकारी साझा की है. बंदी हाथी वह होते हैं, जिन्हें लोगों की कैद से आजाद कराया जाता है.

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महावतों को थाईलैंड भेजेगी तमिलनाडु सरकार. महावतों को थाईलैंड भेजेगी तमिलनाडु सरकार.

aajtak.in

  • तमिलनाडु,
  • 21 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 6:47 PM IST

आईएएस अधिकारी सुप्रिया साहू (IAS Supriya Sahu) ने बंदी हाथियों की देखभाल करने वाले महावतों (Mahouts) के लेकर एक ट्वीट किया है. अपने ट्वीट में उन्होंने बताया है कि तमिलनाडु सरकार 13 महावतों को हाथियों के देखभाल संबंधी प्रशिक्षण लेने के लिए थाईलैंड भेज रही है. 

आईएएस अधिकारी सुप्रिया साहू वर्तमान में तमिलनाडु सरकार में पर्यावरण जलवायु परिवर्तन और वन विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं. इससे पहले आईएएस सुप्रिया साहू दूरदर्शन की पूर्व महानिदेशक के पद पर कार्यरत थीं.

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आईएएस अधिकारी सुप्रिया साहू के किए गए ट्वीट में लिखा, ''महावत और कैवडिस बंदी हाथियों की रीढ़ की हड्डी हैं. अधिकांश महावत जनजातीय समुदायों से हैं, जो अक्सर हाथियों की देखभाल के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर देते हैं. अब उनकी सेवा को पहचानने और उनकी क्षमताओं का निर्माण करने का समय है. तमिलनाडु उनमें से 13 को (महावत) पहले चरण में प्रशिक्षण के लिए थाईलैंड भेज रही है.''

कौन से होते हैं बंदी हाथी

बंदी हाथी उन्हें कहा जाता है, जिन्हें लोगों ने कैद किया होता है. उन्हें लोगों की कैद से छुड़ाया जाता है. कई लोग हाथियों को साथ लेकर शहर-शहर घूमते रहते हैं. कई बार ऐसे भी मामले सामने आए हैं कि बंदी के दौरान हाथियों की मौत हो गई. कई मामलों में हाथियों के साथ क्रूरता होने की बात भी सामने आई है.

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