17 छात्राओं से यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार कथित गॉडमैन स्वामी चैतन्यानंद सारस्वती उर्फ पार्थसारथी के खिलाफ जांच गहराती जा रही है. पुलिस कस्टडी का आज (1 अक्टूबर) आखिरी दिन है. दिल्ली पुलिस की एसआईटी ने ताजा सर्च और साइट विजिट कर अहम सबूत जुटाए.
दिल्ली के वसंत कुंज स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट-रिसर्च (SRISIM) में छात्राओं से यौन उत्पीड़न के मामले में आरोपी स्वामी चैतन्यानंद को 28 सितंबर को आगरा के एक होटल से 50 दिन बाद गिरफ्तार किया गया था. अगले दिन अदालत ने उसे पांच दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा. अब इस कस्टडी का अंतिम दिन पुलिस ने गहन तलाशी और पूछताछ में लगाया.
पुलिस टीम आरोपी और उसके सहयोगी पार्थसारथी को लेकर संस्थान पहुंची. तलाशी में एक सेक्स टॉय, पांच सीडी (जिनमें कथित रूप से अश्लील सामग्री है) और तीन फर्जी फोटो मिले, जिनमें उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और एक ब्रिटिश नेता के साथ दिखाया गया है.
उत्तराखंड में साइट विजिट
पुलिस ने आरोपी के फरार रहने के दौरान की गतिविधियों की पुष्टि के लिए बागेश्वर, अल्मोड़ा और अन्य जगहों का दौरा किया. जांच में सामने आया कि वह वृंदावन-आगरा-मथुरा सर्किट में लगातार होटल बदलता रहा और 15 से अधिक ठिकाने बदले.
डिजिटल सबूत और मोबाइल फॉरेंसिक
जांच एजेंसी ने उसके तीन मोबाइल (जिनमें एक आईफोन भी शामिल) से आपत्तिजनक व्हाट्सऐप चैट, अश्लील स्क्रीनशॉट और पीड़िताओं की निजी तस्वीरें हासिल की हैं. कहा जा रहा है कि वह अब भी जांच में ठीक ढंग से सहयोग नहीं कर रहा है, डिवाइस पासवर्ड देने से इनकार कर रहा है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में भी वह टालमटोल कर रहा है और पीड़िताओं के सामने मुस्कुराते हुए दिखाई दिया.
सहयोगियों की भूमिका पर जांच
30 सितंबर को पुलिस ने दो महिला सहयोगियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की. संदेह है कि ये महिलाएं (संभवतः तीन हॉस्टल वार्डनों में से) छात्राओं को रात में उसके कमरे तक बुलाती थीं और सीसीटीवी फुटेज से छेड़छाड़ करती थीं. आरोप है कि वे चैट डिलीट करती थीं और छात्राओं को परीक्षा में फेल करने या ग्रेड घटाने की धमकी देती थीं.
अरविंद ओझा