सोनम वांगचुक ने 21 दिन बाद खत्म की भूख हड़ताल, Exclusive बातचीत में बताया आगे का प्लान

लद्दाख के सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक ने अपनी 21 दिनों की भूख हड़ताल समाप्त कर दी है. उन्होंने बताया कि 27 मार्च से महिलाओं का एक समूह 10 दिनों की भूख हड़ताल करेगा. वांगचुक ने दावा किया कि उनकी हड़ताल के दौरान देशभर से उन्हें समर्थन मिला.

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सोनम वांगचुक सोनम वांगचुक

aajtak.in

  • लद्दाख,
  • 26 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 12:05 AM IST

लद्दाख के मशहूर सोशल एक्टिविस्ट और शिक्षा सुधारक सोनम वांगचुक ने अपनी 21 दिनों की भूख हड़ताल समाप्त कर दी. वह लद्दाख को राज्य का दर्जा देने और संविधान के छठे शेड्यूल में शामिल करने की मांग कर रहे थे. इंडिया टुडे से बातचीत में वांगचुक ने बताया कि अब 27 मार्च से महिलाएं भूख हड़ताल करेंगी. इसके बाद युवाओं और बुजुर्गों का भी हड़ताल होगा.

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सोनम वांगचुक ने 6 मार्च को अपना अनशन शुरू किया था. सोशल मीडिया पर एक्टिविस्ट ने बताया था कि उनका भूख हड़ताल 21 दिनों का होगा और जरूरत पड़ने पर आमरण अनशन में तब्दील किया जाएगा. इंडिया टुडे से बातचीत में उन्होंने बताया कि 2019 में खुद बीजेपी ने लद्दाख को छठे शेड्यूल में शामिल करने का वादा किया था. उन्होंने बीजेपी लद्दाख का इस संबंध में एक ट्वीट भी दिखाया.

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'हाथ जोड़कर करता हूं लद्दाख के मन की बात'

एक सवाल के जवाब में सोनम वांगचुक ने कहा, 'हम हरगिज केंद्र सरकार के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि केंद्र सरकार से अपील करना चाहेंगे कि लद्दाख के खिलाफ ना रहें. हम बस उनसे अपने वादे पर बने रहने की अपील कर रहे हैं. अगर हम यह भी अपील नहीं कर सकते तो चीन में जन्म लेना चाहिए ना कि भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में.

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वांगचुक ने कहा, 'हम आह भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम, वो कत्ल भी कर दें तो चर्चा नहीं होता.' उन्होंने कहा, 'हम सिर्फ वादे के मुताबिक अपनी मांग कर रहे हैं और इसके लिए देशद्रोही नहीं कहा जाना चाहिए. उन्होंने पूछा कि क्या उन्हें (केंद्र सरकार को) उनका वादा याद दिलाना देशद्रोह है? उन्होंने कहा, "मैं तो हमेशा अपने हाथ जोड़कर लद्दाख के मन की बात करता हूं."

सोनम वांगचुक ने हड़ताल के 21वें दिन एक एक्स पोस्ट में कहा, "हमें इस देश में ईमानदार, दूरदर्शिता और बुद्धिमान राजनेताओं की जरूरत है, ना कि अदूरदर्शी चरित्रहीन राजनेताओं की. मुझे पूरी उम्मीद है कि नरेंद्र मोदी जी और अमित शाह जी जल्द ही साबित कर देंगे कि वे राजनेता हैं..."

'अब लद्दाख की महिलाएं करेंगी भूख हड़ताल'

सोनम वांगचुक ने बताया कि 27 मार्च से महिलाओं का एक समूह 10 दिनों का भूख हड़ताल करने जा रही है. उन्होंने बताया कि 'मैं अपना हड़ताल आगे बढ़ाना चाहता था लेकिन महिलाओं ने कहा कि अब वे इसे आगे बढ़ाएंगी. इसके बाद युवाओं, बुजुर्गों का भी हड़ताल होगा और आगे मैं खुद भी फिर से हड़ताल कर सकता हूं.'

हड़ताल से सोनम वांगचुक को क्या मिला?

वांगचुक ने बताया कि उनके हड़ताल के दौरान देशभर से उन्हें समर्थन मिला. कम से कम 50 शहरों में 'Friends Of Ladakh' कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. हड़ताल से कुछ हासिल होने के सवाल पर वांगचुक ने कहा कि, "हड़ताल के बाद से कम से कम मीडिया में हिमालय को लेकर चर्चा होने लगी है. लोग इस पर बात करने लगे हैं. वे स्थानीय लोगों की परेशानी पर चर्चा कर रहे हैं, जो कि एक अचीवमेंट ही है.

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सोनम वांगचुक ने बताया कि तीन हफ्ते तक कैसे लोग उनके समर्थन में खुले आसमान के नीचे सो रहे थे. उन्होंने बताया कि बीती रात तापमान माइनस 10 डिग्री तक गिर गया लेकिन फिर भी 300 लोग खुले आसमान के नीचे सोए. कुछ दिनों पहले तापमान माइनस 16 डिग्री तक गिर गया था. उन्होंने बताया कि हमने अपने आपको तकलीफ दी और किसी को नहीं और उम्मीद की कि हमारी आवाज सही जगह तक पहुंचे.

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