शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने बुधवार को जनरल हाउस मीटिंग के दौरान राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) के खिलाफ प्रस्ताव पास किया. शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी के अलग होने के बाद पास किए गए इस प्रस्ताव में आएसएस पर निशाना साधा गया है.
एसजीपीसी ने प्रस्ताव में आरएसएस पर अल्पसंख्यकों को धमकाने का आरोप लगाया. प्रस्ताव में कहा गया कि आरएसएस अल्पसंख्यकों के मामले में हस्तक्षेप कर उन्हें धमका रही है. प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि आरएसएस अन्य धर्म के लोगों और अल्पंसख्यकों की धार्मिक आजादी को दबा रही है. आरएसएस का लक्ष्य देश को हिंदू राष्ट्र में तब्दील करना है.
अकाल तख्त के प्रमुख ज्ञानी हरप्रीत सिंह और एसजीपीसी की प्रमुख बीबी जागीर कौर भी इस बैठक में मौजूद रहीं. इन लोगों ने आरएसएस को बैन करने की भी मांग की थी. बैठक के दौरान किसान आंदोलन में जान गंवाने वालों की याद में शोक व्यक्ति किया गया.
इसके अलावा कोरोना काल में जरूरतमंद व्यक्तियों की सहायता करने वाली सिख संस्थाओं की प्रशंसा की गई. प्रस्ताव में कृषि कानून रद्द करने को लेकर भी प्रस्ताव पारित किया गया. साथ ही 26 जनवरी को लाल किले पर हुई हिंसा की निष्पक्ष जांच की मांग की और जेल में बंद निर्दोष युवाओं को रिहा करने की भी मांग की गई.
ये भी पढ़ें-
मनजीत सहगल