'जैसे मुगलों ने राजपूतों का नरसंहार किया था वैसे रूस कर रहा', बोले यूक्रेन के राजदूत Igor Polikha

लगातार रूस के हमले झेल रहा यूक्रेन भारत से मदद की गुहार लगा रहा है, लेकिन भारत ने इस जंग में बेहद संतुलित रुख अपनाया हुआ है. भारत ना ही यूक्रेन का सपोर्ट कर रहा है और ना ही रूस की तरफ अपना झुकाव दिखा रहा है.

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भारत में यूक्रेन के राजदूत डॉ. आइगर पोलिखा. भारत में यूक्रेन के राजदूत डॉ. आइगर पोलिखा.

सुप्रिया भारद्वाज

  • नई दिल्ली,
  • 02 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 10:58 AM IST
  • यूक्रेन ने वैश्विक नेताओं से आगे आने की अपील की
  • लगातार भारत से सुलह कराने की अपील कर रहा है यूक्रेन

रूस के ताबड़तोड़ हमलों के बाद यूक्रेन अब दुनियाभर के देशों से मदद की गुहार लगा रहा है. अमेरिका और यूरोपीय देशों के अलावा यूक्रेन भारत से भी लगातार मदद करने की अपील कर रहा है. मदद की गुहार लगाते हुए भारत में यूक्रेन के राजदूत (Ambassador of Ukraine to India) ने रूस के हमलों की तुलना भारत पर हुए मुगलों के हमले से की है.

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यूक्रेन के राजदूत डॉ. आइगर पोलिखा (Dr Igor Polikha) ने कहा कि यूक्रेन पर रूस का नरसंहार (massacre) ठीक वैसा ही है, जैसा मुगलों ने भारत में कभी राजपूतों पर किया था. उन्होंने आगे कहा कि हम लगातार मोदीजी सहित दुनिया के प्रभावशाली नेताओं से मदद की अपील कर रहे हैं. वैश्विक नेताओं (world leaders) को यूक्रेन पर रूस की बमबारी-गोलाबारी रोकने के लिए हर संसाधन का इस्तेमाल करना चाहिए.

भारत से कब-कब की मदद की अपील

1. 25 फरवरी को यूक्रेन के राजदूत आइगर पोलिखा ने भारत के रुख पर नाराजगी जताई थी. उन्होंने कहा था कि संकट की इस घड़ी में उन्हें भारत से ज्यादा मदद की उम्मीद थी. उन्होंने कहा था कि उन्हें नहीं पता कि इस वक्त व्लादिमीर पुतिन कितने लोगों की बात सुनेंगे, लेकिन अगर मोदीजी मजबूती से अपनी बात रखें तो पुतिन कम से कम एक बार जरूर सोचेंगे.

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2. 24 फरवरी को भी यूक्रेन के राजदूत आइगर पोलिख ने भारत से मदद मांगी थी. इस दौरान उन्होंने चाणक्य और महाभारत का उदाहरण देते हुए कहा था कि एक मजबूत वैश्विक शक्ति होने के चलते भारत को यूक्रेन की मदद करनी चाहिए. 2 हजार 400 साल पहले जब यूरोप में कोई सभ्यता नहीं थी, तब भी भारत के पास एक अच्छी कूटनीति थी.

3. 15 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमले से पहले यूक्रेन के राजदूत ने भारत की तारीफ की थी. दरअसल, अमेरिका, जापान सहित कई देशों ने जब अपने नागरिकों से यूक्रेन छोड़ने की अपील की थी, तब भारत ने संतुलित एडवाइजरी जारी की थी. इस पर आइगर पोलिखा ने कहा था कि भारतीय छात्रों को वापस बुलाए जाने में जल्दबाजी करने की जरूरत नहीं है. 

यूक्रेन के राष्ट्रपति ने की थी पीएम मोदी से बात 

इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की (volodymyr zelenskyy) ने 26 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की थी. उन्होंने पीएम मोदी से कहा था कि उनकी धरती पर 1 लाख से ज्यादा आक्रमणकारियों ने घुसपैठ कर रखी है. उन्होंने कहा था कि वे Security Council में भारत की तरफ से अपने पक्ष में समर्थन चाहते हैं. लेकिन भारत ने इसके बात UNSC में हुई वोटिंग से दूरी बना ली थी और मतदान ही नहीं किया था. अभी तक भारत की तरफ से जारी किए गए बयानों में रूस के हमले का ना ही जिक्र किया गया है और ना ही उसके किसी कदम की आलोचना की गई है.

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