कांग्रेस सहित सोलह विपक्षी दलों ने सर्वसम्मति से चुनाव में प्रवासी मजदूरों के लिए रिमोट ईवीएम के कॉन्सेप्ट का विरोध करने का फैसला किया है. यह बैठक कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित की गई थी. राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को प्रवासी मतदाताओं के लिए रिमोट ईवीएम के कॉन्सेप्ट को प्रदर्शित करने के लिए चुनाव आयोग (ECI) की बैठक से एक दिन पहले बैठक हुई.
दिग्विजय सिंह ने उठाया सवाल
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि विपक्षी खेमा रिमोट ईवीएम को लेकर आशंकित था, और उन चिंताओं को बैठक के दौरान ECI के साथ साझा किया जाएगा. सिंह ने कहा, 'प्रस्ताव में राजनीतिक विसंगतियां हैं. हमने इसका विरोध करने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि हम 31 जनवरी की समय सीमा से पहले संयुक्त रूप से या अलग से अपना जवाब भेजने के लिए 25 जनवरी को फिर से मिलेंगे.
कांग्रेस नेता ने यह भी दावा किया कि अपरिहार्य कारणों से आज की बैठक में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी उपस्थित नहीं थे, लेकिन उन्होंने बैठक के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की.
सरकार उन आंकड़ों तक कैसे पहुंची
बैठक में शामिल राजद नेता मनोज झा ने आश्चर्य जताया कि सरकार देश में 30 करोड़ प्रवासी कामगारों के आंकड़े तक कैसे पहुंची, जबकि इससे पहले कोविड के दौरान कहा था कि उसके पास प्रवासी मजदूरों का सटीक आंकड़ा नहीं है. इससे पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी चुनाव में खराब प्रदर्शन के लिए ईवीएम को जिम्मेदार ठहराया और बैलेट पेपर से चुनाव कराने की वकालत की.
चुनाव आयोग घरेलू प्रवासियों के लिए रिमोट वोटिंग के लिए तैयार है, ताकि वे गृह राज्य की यात्रा किए बिना मतदान कर सकें. आयोग ने एक प्रोटोटाइप बहु-निर्वाचन क्षेत्र रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन विकसित की है और प्रोटोटाइप के प्रदर्शन के लिए राजनीतिक दलों को कल आमंत्रित किया है.
राहुल गौतम