कैंब्रिज़ में राहुल गांधी का लेक्चर
राहुल गांधी का कैंब्रिज जाना हर बार चर्चा का विषय बना है. पिछली बार एक सवाल के जवाब से पहले लम्बे पॉज़ की वजह से ट्रोलिंग हुई थी, और इस बार जवाब से हुई है. तीन दिन पहले यानी मंगलवार को राहुल गांधी ब्रिटेन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय में “लर्निंग टू लिसनिंग”... सुनने की कला सीखने के ऊपर छात्रों को लेक्चर देने गए थे… और वहां जो उन्होंने कहा, उसे भारत के राष्ट्रवादी धरा के लोग सुन नहीं पा रहे. राहुल ने छात्रों के सवाल के जवाब में दो तीन ऐसी बातें कहीं, जिससे हंगामा बरपा है… एक जवाब में राहुल ने कहा शायद महिलाओं को गैस सिलिंडर देना और लोगों के बैंक अकाउंट खुलवाना अच्छा क़दम है. ऐसे क़दम को ग़लत नहीं कहा जा सकता. लेकिन मेरे विचार में मोदी भारत की बनावट को बर्बाद कर रहे हैं. वो भारत पर एक ऐसा विचार थोप रहे हैं जिसे भारत स्वीकार नहीं कर सकता, राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी पर ये भी आरोप लगाया कि वो अल्पसंख्यकों को दूसरे दर्जे का नागरिक मानते हैं.राहुल मानते हैं कि उनके फ़ोन में पेगसस था, और पेगसस राहुल के दिमाग में हैं, ऐसा मानना है केंद्रिय मंत्री अनुराग ठाकुर का… अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस के एजेंडे पर भी सवाल उठाया कि वो क्यों बार-बार विदेशी धरती से भारत को बदनाम करने की कोशिश करते हैं? दिन भर में सुनने के लिए क्लिक कीजिए...
क्वॉड ग्रुप की बैठक
इंडिपेंडेंट ग्लोबल थिंक टैंक ORF के साथ विदेश मंत्रालय नई दिल्ली में रायसीना डायलॉग नाम से एक इंटरनेशनल प्रोग्राम आयोजित कर रहा है. 100 से ज़्यादा देशों के रिप्रेजेंटेटिव इसमें शिरकत कर रहे हैं. आज इसमें QUAD के विदेश मंत्रियों की मीटिंग हुई, जिसकी अध्यक्षता भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने की. क्वाड का मतलब क्वाड्रिलैटरल सिक्योरिटी डॉयलॉग है. इसमें चार सदस्य देश भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान हैं और ये सभी देश समुद्री सुरक्षा और व्यापार के साझा हितों पर एकजुट हुए हैं. हालाँकि, एक्सपर्ट्स मानते हैं कि QUAD के गठन का मुख्य उद्देश्य इंडो-पैसिफिक रीजन यानी हिंद महासागर से लेकर प्रशांत महासागर के बीच पड़ने वाले इलाके में चीन के बढ़ते दबदबे पर लगाम लगाना है.आज इस मीटिंग में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग और जापान के विदेश मंत्री हयाशी योशिमासा ने भाग लिया. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने QUAD को काफी अहम बताया और कहा कि QUAD 2023 में भी अपना काम बखूबी कर रहा है क्योंकि हमारी लीडरशिप पर किसी तरह का बोझ नहीं है. तो आज 'क्वाड' मीटिंग का एजेंडा क्या था और बड़े टेकअवेज क्या रहे? दिन भर में सुनने के लिए क्लिक कीजिए...
2024 में रुपये की हालत
कुछ टाइम से ये बार-बार सुनने में आ रहा है कि रुपया डॉलर के मुक़ाबले और अधिक कमज़ोर हो गया. पिछला साल तो इंडियन करेंसी के लिहाज से सबसे बुरा रहा, जब इसमें 10 फीसदी से ज़्यादा गिरावट देखी गई. जुलाई 2022 की बात है जब डॉलर पहली बार 80 रुपये के पार पहुँच गया. तब रुपये को एशियाज़ वर्स्ट परफार्मिंग करेंसी यानी मनी मार्केट में सबसे ख़राब प्रदर्शन वाली एशियाई करेंसी कहा गया. हालाँकि, पिछले कुछ समय से रुपये के परफॉरमेंस में थोड़ी स्थिरता आई है और आज की तारीख में एक यूएस डॉलर का वैल्यू 82.24 रुपया है. न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स के एक पोल में फॉरेन एक्सचेंज स्ट्रैटेजिस्ट्स का कहना है कि रुपया अभी से अगले तीन महीने तक अपने मौजूदा स्तर पर ही रहेगा और पिछले साल से हुए नुकसान की भरपाई करना बहुत मुश्किल रहने वाला है. तो रुपये की हालत पिछले साल इतनी पतली क्यों रही और अगले कुछ महीनों में कैसी रहने वाली है? दिन भर में सुनने के लिए क्लिक कीजिए...
भारत-ऑस्ट्रेलिया तीसरा टेस्ट मेच
आज इंदौर में ऑस्ट्रेलिया के हाथों टीम इंडिया को हार झेलनी पड़ी है. ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन ही इंडियन टीम को बैकफुट पर धकेला था. उसके बाद रोहित शर्मा की टीम कमबैक नहीं कर पाई और मैच पर से उनकी पकड़ सेशन दर सेशन ढीली पड़ती चली गई. तीसरे दिन, चौथी पारी में ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 76 रन बनाने थे, जो उन्होंने एक विकेट खोकर बना लिया और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत के विजय अभियान पर ब्रेक लगा दिया. मैच में 11 विकेट लेकर इंडियन बैटिंग ऑर्डर को झकझोड़ने वाले ऑफ़ स्पिनर नाथन लायन को मैन ऑफ़ द मैच घोषित किया गया. तो तीन दिन में टेस्ट मैच ख़त्म हो जाने के ट्रेंड पर, स्पिनर्स के ख़िलाफ़ इंडियन टॉप ऑर्डर की नाकामी और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में टीम इंडिया के चांसेज़ कितने हैं? दिन भर में सुनने के लिए क्लिक कीजिए...
कुलदीप मिश्र