पंजाब (Punjab) के तरन तारन के एक गांव कोट मोहम्मद खां में सब-इंस्पेक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिसकर्मी गांव में झगड़ा सुलझाने पहुंचा था. इसके साथ ही गांव वालों एक थानेदार का हाथ भी तोड़ दिया. मृतक की पहचान सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह के रूप में हुई है, जबकि घायल पुलिसकर्मी जसबीर सिंह का इलाज चल रहा है.
क्यों हुआ था विवाद?
मृतक पुलिसकर्मी चरणजीत सिंह थाना गोइंदवाल में तैनात था. जानकारी के मुताबिक, इस गांव से आम आदमी पार्टी के सरपंच कुलदीप सिंह के बेटे और गांव के अर्शदीप के साथ कई दिनों से विवाद चल रहा था.
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इस विवाद की वजह से बुधवार रात दोनों पक्षों में भिड़ंत हो गई. घटना की जानकारी मिलते ही सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे. इस दौरान गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई.
पंजाब के डीजीपी के सोशल मीडिया हैंडल से किए गए पोस्ट कहा गया, "हमारे शहीद सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह के लिए 2 करोड़ की घोषणा करने के लिए माननीय मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत मान का धन्यवाद."
Thank you Hon'ble CM Punjab @BhagwantMann for announcing ₹ 2 crore for our martyr Sub-Inspector Charanjit Singh
Salute to the brave officer who has laid down his life in the line of duty in Tarn Taran. His immense courage and commitment to service will always be remembered.… pic.twitter.com/sr5xEpt2Ae
पोस्ट में आगे कहा गया कि तरनतारन में ड्यूटी के दौरान अपनी जान कुर्बान करने वाले बहादुर अधिकारी को सलाम. उनकी असीम हिम्मत और सेवा के प्रति प्रतिबद्धता को हमेशा याद रखा जाएगा. पंजाब पुलिस अपने शहीदों और उनके परिवारों की देखभाल करती है. पंजाब सरकार 1 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि देगी. एचडीएफसी बैंक द्वारा पंजाब पुलिस कल्याण बीमा से 1 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भुगतान किया जाएगा. हम अपने शहीदों के साथ खड़े हैं.
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