गार्ड रूम से गायब इंसास राइफल, सिविल ड्रेस में शूटर... बठिंडा फायरिंग की पूरी कहानी

बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में हुई फायरिंग में 4 जवानों की मौत हो गई. ये जवान 80 मीडियम रेजिमेंट के थे. पंजाब पुलिस का मानना है कि ये आतंकी घटना नहीं है. पुलिस इसे जवानों में आपसी टकराव की घटना मानकर चल रही है.

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बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में फायरिंग बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में फायरिंग

शिव अरूर / कमलजीत संधू / मनजीत सहगल

  • बठिंडा,
  • 12 अप्रैल 2023,
  • अपडेटेड 1:51 PM IST

पंजाब के बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में बुधवार तड़के फायरिंग हो गई. इसमें चार जवानों की मौत हो गई. फायरिंग के बाद क्विक रिएक्शन टीम ने पूरे इलाके को सीज कर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया. सूत्रों के मुताबिक, फायरिंग के कुछ दिन पहले एक इंसास राइफल और 28 राउंड कारतूस गायब हो गए थे. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इस घटना में उसी राइफल का इस्तेमाल हो सकता है. आईए जानते हैं फायरिंग से जुड़े सभी सवालों के जवाब...

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1- फायरिंग कब और कहां हुई ?

- पंजाब के बठिंडा मिलिट्री स्टेशन की मेस में बुधवार तड़के 4.35 में फायरिंग हुई. शूटर अंधेरे का फायदा उठाकर फायरिंग वाली जगह से भागने में कामयाब रहा. 

Bathinda Military Station Fire: पंजाब के बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में फायरिंग, 4 जवानों की गई जान, QRT ने पूरे इलाके को घेरा
 

2- किसने की फायरिंग?

- अभी यह पता नहीं चल पाया है. शूटर फायरिंग के दौरान सिविल ड्रेस में था. उसे पकड़ने के लिए पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.

3- कितने जवानों की हुई मौत?

- फायरिंग में चार जवानों की मौत हुई. जवान 80 मीडियम रेजिमेंट के थे. 

4- क्या बठिंडा मिलिट्री स्टेशन पर आतंकी हमला हुआ?

- नहीं...एसएसपी बठिंडा ने दावा किया है कि ये आतंकी हमला नहीं है. पंजाब पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, ये जवानों के आपसी विवाद का भी मामला हो सकता है. 

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5- अभी मिलिट्री स्टेशन में कैसी है स्थिति?

- क्विक रिएक्शन टीम ने इलाके को सील कर दिया . किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं है, यहां तक कि स्थानीय पुलिस को भी नहीं. मिलिट्री स्टेशन में कई परिवार भी रहते हैं, ऐसे में सभी को घर के अंदर रहने को कहा गया है. 

6- इंसास राइफल के चोरी होने का क्या है मामला?

- बताया जा रहा है कि मिलिट्री स्टेशन पर फायरिंग से कुछ दिन पहले एक इंसास राइफल और 28 राउंड कारतूस गायब हो गए थे. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि इस घटना में उसी राइफल का इस्तेमाल हो सकता है. सुरक्षाबल इस एंगल से भी जांच में जुटे हैं.

रक्षा मंत्री को जानकारी देंगे सेना प्रमुख

पंजाब में मौजूदा स्थिति को देखते हुए फायरिंग की घटना पर सेना प्रमुख खुद नजर बनाए हुए हैं. उन्हें हर छोटी से छोटी जानकारी दी जा रही है. बताया जा रहा है कि सेना प्रमुख पूरी घटना की जानकारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को देंगे.

पंजाब में पहले भी आर्मी बेस पर हो चुके हमले

- पठानकोट हमला: 
इससे पहले पंजाब के पठानकोट में जनवरी 2016 में आतंकी हमला हुआ था. यह हमला जैश ए मोहम्मद ने कराया था. जैश के छह आतंकी पाकिस्तान से भारत की सीमा में घुसे थे. 2 जनवरी को सभी 6 आतंकी असलहा और हथियारों से लैस होकर एयरबेस स्टेशन में दाखिल हुए थे. इन आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी. इस हमले में 7 जवान शहीद हो गए थे. जबकि करीब 37 अन्य लोग घायल हुए थे. 65 घंटे चले इस ऑपरेशन में सभी आतंकी मारे गए थे. 

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- गुरदासपुर हमला : इससे पहले पंजाब के गुरदासपुर में जुलाई 2015 में आतंकी हमला हुआ था. आतंकी पाकिस्तान से सीमापार कर गुरदासपुर पहुंचे थे. आतंकियों ने आर्मी यूनिफॉर्म पहनकर पहले जम्मू के कटरा जा रही बस पर फायरिंग की थी. इसके बाद आतंकी दीनानगर पुलिस स्टेशन में घुस गए थे. इस हमले में 12 लोग मारे गए थे. सुरक्षाबलों ने लश्कर के तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया था. 

 

 

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