जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर द्वारा NDA नेताओं पर लगाए हत्या और भ्रष्टाचार के आरोप में अब बीजेपी में घमासान मच गया है. पीके के आरोपों पर पूर्व केंद्रीय मंत्री और आरा के पूर्व सांसद आर. के सिंह ने बागी तेवर अख्तियार कर लिए हैं और अपनी ही पार्टी के नेताओं आरोपों पर सफाई मांगी है.
आर.के. सिंह ने अपनी ही पार्टी के नेताओं से सफाई देने की मांग करते हुए कहा, सम्राट चौधरी और दिलीप जायसवाल पर प्रशांत किशोर ने जो आरोप लगाए गए हैं, वो बेहद गंभीर है. उन्होंने कहा, 'दोनों नेताओं को बताना चाहिए कि उनके ऊपर लगाए गए आरोपों में कितनी सच्चाई है.'
पूर्व सांसद ने विशेष रूप से सम्राट चौधरी से अपनी डिग्री सार्वजनिक करने की मांग की और दिलीप जायसवाल से स्पष्ट करने को कहा कि उन्होंने कॉलेज 'हड़पा' नहीं है.
अशोक चौधरी के मामले में उन्होंने कहा, 'नीतीश कुमार के मंत्री को 200 करोड़ रुपये की जमीन अर्जित करने के आरोपों पर जवाब देना चाहिए.'
'नेताओं को देना चाहिए जवाब'
उन्होंने कहा कि अगर सम्राट चौधरी, दिलीप जायसवाल और अशोक चौधरी साफ हैं तो उन्हें सामने आना चाहिए और अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मांग की कि वे इन नेताओं से जवाब मांगें. बीजेपी आलाकमान को भी सम्राट और जायसवाल से आरोपों पर स्पष्टीकरण मांगना चाहिए.
सच कहने पर कार्रवाई की परवाह नही
अपने बयान को बगावत बताए जाने पर सिंह ने कड़ा रुख अपनाया. उन्होंने कहा, 'मेरी सच्ची बातों को अगर बगावत समझा जाए तो बगावत सही. मेरे सच कहने पर बीजेपी अगर मेरे खिलाफ कोई एक्शन लेती है तो मुझे उसकी चिंता नहीं है. मैं केवल पार्टी के हित में बातें कह रहा हूं और पार्टी की छवि का सवाल है.'
उन्होंने स्पष्ट किया कि मेरा जन सुराज पार्टी में जाने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन प्रशांत किशोर के आरोपों से एनडीए को पहले ही नुकसान हो रहा है.
प्रशांत किशोर ने लगाए गंभीर आरोप
दरअसल, प्रशांत किशोर ने हाल ही में पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एनडीए के प्रमुख नेताओं पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर नाम बदलने, 1998 के सदानंद सिंह मर्डर केस में आरोपी होने और फर्जी उम्र सर्टिफिकेट बनाकर जेल से बाहर निकलने का दावा किया. उन्होंने डिप्टी सीएम को सातवीं पास बताते हुए उनकी डिग्री पर भी सवाल उठाए.
इसके अलावा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल पर पीके ने माता गुजरी देवी मेडिकल कॉलेज पर 'हड़पने' का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि जायसवाल ने लालू प्रसाद समेत 50 से ज्यादा नेताओं के रिश्तेदारों को बिना टेस्ट के डॉक्टर बनवाया और कॉलेज पर गलत तरीके से कब्जा किया. साथ ही उन्होंने जायसवाल पर हत्या के पुराने मामले में आरोपी होने का आरोप लगया.
पीके ने नीतीश कुमार के मंत्री अशोक चौधरी पर भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि चौधरी ने मात्र दो साल में 200 करोड़ रुपये से ज्यादा की जमीन अर्जित की है जो भ्रष्टाचार का पुख्ता सबूत है.
रोहित कुमार सिंह