प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी G-20 शिखर बैठक (G-20 Summit) में हिस्सा लेने के लिए इटली पहुंच चुके हैं. पीएम मोदी पांच दिवसीय विदेश यात्रा पर हैं, जिसके लिए वह देर रात रवाना हुए थे. पीएम मोदी स्कॉटलैंड के ग्लासगो भी जाएंगे. इटली में आयोजित G-20 शिखर बैठक में वह अन्य जी-20 नेताओं के साथ महामारी से उबरने, वैश्विक अर्थव्यवस्था और जलवायु परिवर्तन पर चर्चा करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोम में, कोरोना महामारी से वैश्विक आर्थिक और स्वास्थ्य सुधार पर चर्चा करेंगे. वहीं ग्लासगो में वह कार्बन स्पेस के समान वितरण के साथ-साथ, जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से व्यापक तौर पर निपटने की ज़रूरत पर बात करेंगे.
दोनों देशों की यात्रा पर रवाना होने से पहले पीएम ने एक बयान में कहा कि वह इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी (Mario Draghi) के बुलावे पर, 29 से 31 अक्टूबर रोम और वेटिकन सिटी में रहेंगे. इसके बाद, 1 से 2 नवंबर तक ब्रिटिश प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन के निमंत्रण पर यूके के ग्लासगो की यात्रा करेंगे.
कोरोना काल के बाद G-20 का ये पहला सम्मेलन है जिसमें दुनिया के बड़े नेता आमने सामने होंगे. प्रधानमंत्री ने शुक्रवार तड़के अपनी यात्रा शुरू की और उन्होंने एक तस्वीर ट्वीट करके इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वह वेटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस से भी मिलेंगे. साथ ही, शिखर सम्मेलन के अलावा वह अन्य सहयोगी देशों के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे और उनके साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों पर बात करेंगे.
रोम के बाद ग्लासगो के लिए होंगे रवाना
31 अक्टूबर को G20 शिखर सम्मेलन के बाद, वह जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC) के लिए पार्टियों के 26वें सम्मेलन (COP-26) में हिस्सा लेने के लिए ग्लासगो के लिए रवाना होंगे.
जी 20 दुनिया के चंद सबसे ताकतवर देशों का मंच है. इस पर पीएम मोदी जलवायु परिवर्तन और स्वच्छ ऊर्जा विस्तार पर भारत के बेहतरीन कामों के बारे मे बताएंगे.
मोदी ने कहा कि सीओपी-26 में वह सभी स्टेकहोल्डर देशों के नेताओं और अंतर-सरकारी संगठनों से मुलाकात करेंगे जिससे विकास की संभावनाएं बढ़ेंगी.
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