प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दुबई के वर्ल्ड गवर्नमेंट्स समिट को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा,'आज हम 21वीं सदी में हैं. एक तरफ दुनिया आधुनिकता की तरफ बढ़ रही है तो पिछली सदी से चले आ रहे चैलेंजेस भी उतने ही व्यापक हो रहे हैं. खाद्य सुरक्षा हो, स्वास्थ्य सुरक्षा हो, जल सुरक्षा हो, ऊर्जा सुरक्षा हो, शिक्षा हो या समाज को समावेशी बनाना हो. हर सरकार अपने नागरिकों के प्रति अनेक दायित्वों से बंधी हुई है.'
उन्होंने कहा कि सामाजिक और वित्तीय समावेशन हमारी सरकार की प्राथमिकता रही है. इसी का नतीजा है कि आज भारत में 50 करोड़ से ज्यादा लोग बैंकिंग से जुड़े हैं. इनमें वे लोग भी शामिल हैं, जिनके पास बैंक खाता नहीं था. इसने भारत को फिनटेक और डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में आगे बढ़ाया है. हमने महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास को भी प्रोत्साहित किया.
न्यूतम सरकार, अधिकतम शासन
पीएम मोदी ने आगे कहा,'मेरा मानना है कि यह सुनिश्चित करना सरकार का काम है कि लोगों के जीवन में सरकारी हस्तक्षेप कम से कम हो. मेरा सबसे बड़ा सिद्धांत 'न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन' रहा है. मैंने हमेशा ऐसा माहौल बनाने पर जोर दिया है, जिसमें नागरिकों में उद्यम और ऊर्जा की भावना बढ़े.'
दोबारा अपने संबंधों को किया सक्रिय
इससे पहले पीएम मोदी ने अबू धाबी में 'अहलान मोदी' कार्यक्रम को संबोधित किया था. उन्होंने कहा था कि हमारा रिश्ता प्रतिभा, नवप्रवर्तन और संस्कृति का है. अतीत में, हमने हर दिशा में अपने संबंधों को फिर से सक्रिय किया है. दोनों देश एक साथ चले हैं और आगे बढ़े हैं. आज, संयुक्त अरब अमीरात भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है. संयुक्त अरब अमीरात भारत का सातवां सबसे बड़ा निवेशक है.' हाई-वोल्टेज 'अहलान मोदी' कार्यक्रम में अपने भाषण के बाद, प्रधानमंत्री ने लोगों के अभिवादन के लिए कार पर सवार होकर स्टेडियम के चक्कर भी लगाए और लोगों को हाथ हिलाकर संबोधित किया था.
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