लखनऊ की घटना के बाद पिटबुल को लेकर मालिकों में भी खौफ, कुत्तों को छोड़ रहे लावारिस

नोएडा में एक NGO हाउस ऑफ स्ट्रे एनिमल्स (House of Stray Animals) के सामने पिछले 2 महीने में कम से कम 5 से 6 मालिक अपने पिटबुल को छोड़ गए. समाचार एजेंसी के मुताबिक, NGO के फाउंडर संजय मोहापात्रा ने बताया कि उन्हें देशभर में कम से कम से 200 पिटबुल मालिकों के फोन आ चुके हैं.

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फाइल फोटो फाइल फोटो

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 13 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 12:15 PM IST

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक पालतू पिटबुल कुत्ते के काटने से मालकिन की मौत हो गई थी. जानवरों में सबसे पालतू माने जाने वाले कुत्ते का इस तरह का व्यवहार देखकर हर कोई दंग रह गया था. इस खबर का असर दिल्ली-एनसीआर में इस स्तर तक देखने को मिल रहा है कि पिटबुल के कई मालिक अपने पालतुओं को लावारिस छोड़ रहे हैं. 

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दरअसल, नोएडा में एक NGO हाउस ऑफ स्ट्रे एनिमल्स (House of Stray Animals) के सामने पिछले 2 महीने में कम से कम 5 से 6 मालिक अपने पिटबुल को छोड़ गए. समाचार एजेंसी के मुताबिक, NGO के फाउंडर संजय मोहापात्रा ने बताया कि उन्हें देशभर में कम से कम से 200 पिटबुल मालिकों के फोन आ चुके हैं. ये लोग अपने कुत्ते को छोड़ना चाहते हैं.

मालिकों को सता रहा डर

संजय मोहापात्रा के मुताबिक, लखनऊ में हुई घटनाओं के बाद से उन्हें खासतौर पर ऐसी कॉल्स आ रही हैं. उन्होंने बताया कि उन्हें 200 ऐसे कॉल आए हैं, जिनमें मालिक पिटबुल को अपने घर पर रखने से डर रहे हैं. इतना ही नहीं कुछ लोग रात में उनके  NGO के बाहर पिटबुल कुत्तों को बांधकर चले जा रहे हैं. लखनऊ में एक पिटबुल ने अपनी 82 साल की मालकिन पर हमला कर दिया था. इसमें महिला की मौत हो गई थी. 
  
संजय मोहापात्रा ने कहा कि रोड पर पिटबुल को छोड़ जाना समस्या का हल नहीं है. उन्होंने कहा कि इस ब्रीड को ट्रेन्ड करने की जरूरत है. NGO के फाइंडर के मुताबिक, पिटबुल को सड़क पर छोड़ना और खतरनाक हो सकता है. मालिक इन कुत्तों को ट्रेनिंग क्यों नहीं देते, ऐसा इसलिए क्योंकि ये लोग इन कुत्तों को अपनी जिम्मेदारी नहीं समझते. मालिक इस कुत्ते को घर पर किसी फैंसी सामान की तौर पर देखते हैं. उन्होंने बताया कि NGO जागरूकता अभियान चला रहा है, ताकि ये लोग कुत्तों को सड़कों पर न छोड़ें. 
 
बेटे के कुत्ते को टहलाने निकली थी मां

लखनऊ के कैसरबाग थाना क्षेत्र में 80 साल की महिला को पिटबुल कुत्ते ने नोच खाया था. 80 साल की रिटायर्ड टीचर को कुत्ते ने इस तरह से काटा था कि महिला का मांस तक अलग हो गया था. उस दौरान महिला घर में अकेली थी. उनका जिम ट्रेनर बेटा जिम गया हुआ था. 

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दिल्ली-एनसीआर में भी आ रहे ऐसे मामले

दिल्ली एनसीआर से डॉग बाइट के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. हाल ही में गाजियाबाद के संजय नगर इलाके में भी 10 साल के बच्चे पर पिटबुल ने हमला करके उसे बुरी तरह घायल कर दिया. डॉक्टर्स को बच्चे के चेहरे पर करीब 150 से ज्यादा टांके लगाने पड़े. इतना ही नहीं गाजियाबाद में ही एक महिला के पालतू कुत्ते ने लिफ्ट में छोटे बच्चे को काट लिया था. इसके बाद परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने महिला के खिलाफ केस दर्ज किया था.
 


 

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