PFI के प्लान 'B' का खुलासा, बैन के बाद भी यूं जारी रहती 'नापाक' साजिश!

NIA ने PFI से जुड़े लोगों और उनके ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की है. इस अभियान में एनआईए ही नहीं बल्कि और भी जांच एजेंसियां शामिल हैं. इस एक्शन के दौरान 106 लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है. जिसमें अब तक सबसे ज्यादा 22 लोगों को केरल से गिरफ्तार किया गया है.

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NIA की छापेमारी में PFI का मंसूबों का राजफाश NIA की छापेमारी में PFI का मंसूबों का राजफाश

अरविंद ओझा

  • नई दिल्ली,
  • 22 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 4:50 PM IST

देशभर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े लोगों और उनके ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की है. इस अभियान में एनआईए ही नहीं बल्कि और भी जांच एजेंसियां शामिल हैं. इस एक्शन के दौरान 106 लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है. जिसमें अब तक सबसे ज्यादा 22 लोगों को केरल से गिरफ्तार किया गया है. इस बीच PFI के प्लान B का भी खुलासा हुआ है. जिससे सरकार के बैन किए जाने के बावजूद इस संगठन के 'नापाक' मंसूबों पर कोई फर्क नहीं पड़ता और इस नए प्लान के जरिए ये देश में अपनी साजिशों को अंजाम देता रहता.

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दरअसल, पीएफआई ने अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए पहले ही कई संगठन तैयार कर लिए थे. जिनके जरिए देश में अपने एजेंडे को जारी रखने के लिए PFI ने पूरा प्लान बनाया हुआ था. हालांकि इसकी भनक जैसे ही एजेंसियों को लगी तो उन्होंने इसका भंडाफोड़ कर दिया. 'आजतक' को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक पीएफआई ने एक या दो नहीं बल्कि आधा दर्जन से ज्यादा ऐसे संगठन तैयार किए हैं. आंतरिक सुरक्षा कार्यालय के हाई लेवल दस्तावेजों के अनुसार इन संगठनों को सरकारी एजेंसी पर प्रतिबंध से बचने और आतंकी एजेंडा फैलाने के लिए तैयार किया गया है.

पीएफआई ने एजेंसियों से बचने के लिए तैयार किए कई विंग-

-सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया

-कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया

-राष्ट्रीय महिला मोर्चा

-अखिल भारतीय इमाम परिषद

-अखिल भारतीय कानूनी परिषद

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-रिहैब इंडिया फाउंडेशन

-नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमर राइट ऑर्गनाइजेशन

-सोशल डेमोक्रेटिक ट्रेड यूनियन

-एचआरडीएफ

PFI का केरल में हड़ताल का आह्वान

जांच एजेंसी की छापेमारी और लोगों की गिरफ्तारी को लेकर पीएफआई ने कल शुक्रवार सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक केरल में हड़ताल का आह्वान किया है. पीएफआई नेतृत्व का कहना है कि राज्य में उनके नेताओं की गिरफ्तारी के विरोध में हड़ताल का ऐलान किया गया है.

क्या खतरा है? सरकार हमें बताए: येचुरी

पीएफआई के छापे पर सीताराम येचुरी ने सरकार पर निशाना साधा है. इस पर येचुरी ने कहा कि ये छापेमारी क्यों की जा रही है? सरकार हमें बताए. एनआईए की छापेमारी ठीक है, लेकिन क्या खतरा है, सरकार हमें बताए ना? वह खतरा क्या है, यह कोई नहीं जानता. इसलिए सरकार हमें इस पर सफाई दे.

PFI पर क्यों हो रही है छापेमारी

PFI पर छापेमारी की कार्रवाई संबंधित अफसरों ने एक न्यूज एजेंसी को बताया है कि टेरर फंडिंग, ट्रेनिंग कैम्प और संगठन में शामिल करने के लिए लोगों को उकसाने वाले पीएफआई के सदस्यों के यहां छापेमारी की जा रही है. पीएफआई के जरिए बिहार के फुलवारी शरीफ में गजवा-ए-हिंद स्थापित करने की साजिश की जा रही थी. जहां NIA ने हाल ही में दबिश दी थी. पीएफआई तेलंगाना के निजामाबाद में भी कराटे ट्रेनिंग के नाम पर हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे रहा था. वहां भी NIA ने छापा मारा था. इसके अलावा कर्नाटक के हिजाब विवाद और प्रवीण नेत्तरू हत्याकांड में भी PFI का कनेक्शन सामने आया था.

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देशभर से पीएफआई कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी 

एनआईए के इस एक्शन के दौरान 22 लोगों को केरल से गिरफ्तार किया गया है. जबकि, महाराष्ट्र और कर्नाटक से 20-20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनके अलावा तमिलनाडु से 10, असम से 9, उत्तर प्रदेश से 8, आंध्र प्रदेश से 5, मध्य प्रदेश से 4, पुडुचेरी और दिल्ली से 3-3 और राजस्थान से 2 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. एनआईए ने PFI के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओएमएस सलाम और दिल्ली अध्यक्ष परवेज अहमद को भी गिरफ्तार कर लिया है. 

पीएफआई खात्मे की ओर 

गिरफ्तारी और धरपकड़ का ये आंकडा लगाातार बढ़ रहा है. एनआईए की तैयारियों से साफ है कि साजिश करने वाले इस संगठन का कोई सिरा वो छोडना नहीं चाहते. पीएफआई पर जब भी एक्शन होता है वो अपना कोई और चेहरा सामने ले आता है. आतंकी साजिश से इंकार करने लगता है. लेकिन अब जांच एजेंसी के पास उसके खिलाफ इतने सबूत हैं कि उसकी दलीलों से दाल नहीं गलने वाली.

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