केरल: RSS नेता की हत्या के आरोप में PFI नेता गिरफ्तार, तलवार से हमला कर ले ली थी जान

केरल के पलक्कड़ में शनिवार को 5 लोगों ने श्रीनिवासन की दुकान में घुसकर तलवारों से हमला कर दिया था. इसके बाद वे बाइक से फरार हो गए थे. पुलिस ने अब इस मामले में कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें पीएफआई नेता अबूबकर सिद्दीक भी शामिल है. पुलिस के मुताबिक, ये सभी लोग कथित तौर पर नेताओं को टारगेट करने के लिए लिस्ट बना रहे थे.

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 RSS नेता एसके श्रीनिवासन की शनिवार को हुई थी हत्या RSS नेता एसके श्रीनिवासन की शनिवार को हुई थी हत्या

aajtak.in

  • पलक्कड़,
  • 20 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 7:10 AM IST

केरल के पलक्कड़ में RSS नेता एसके श्रीनिवासन की हत्या के मामले में पुलिस ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) नेता को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही पुलिस ने इस मामले में SDPI-PFI के कुल 9 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है. 

केरल के पलक्कड़ में शनिवार को 5 लोगों ने श्रीनिवासन की दुकान में घुसकर तलवारों से हमला कर दिया था. इसके बाद वे बाइक से फरार हो गए थे. पुलिस ने अब इस मामले में कुल 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें पीएफआई नेता अबूबकर सिद्दीक भी शामिल है. पुलिस के मुताबिक, ये सभी लोग कथित तौर पर नेताओं को टारगेट करने के लिए लिस्ट बना रहे थे. 

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3 बाइक पर आए थे हमलावर

श्रीनिवासन श्रीनिवासन में अपनी टू व्हीलर की दुकान चलाते थे. वे शनिवार को भी दुकान पर पहुंचे थे. लेकिन तभी उनकी दुकान पर आए 5 लोगों ने उनपर हमला कर दिया था. चश्मदीदों के हवाले से पुलिस ने बताया था कि हमलावरों ने अपनी बाइक श्रीनिवासन के दुकान के सामने खड़ी की. इसके बाद तीन अंदर दुकान में घुसे और तलवारों से श्रीनिवासन पर हमला कर दिया. सीसीटीवी के फुटेज में देखा जा सकता है कि ये हमलावर 3 बाइकों से दुकान पर पहुंचे थे. 

बीजेपी ने बताया था PFI का हाथ

बीजेपी ने इस मामले में पीएफआई का हाथ बताया था. यहां तक कि बीजेपी के महासचिव और पलक्कड़ से नेता सी कृष्ण कुमार ने आरोप लगाया था कि इस हमले के पीछे पीएफआई है. उन्होंने आरोप लगाया था कि पुलिस आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या को नहीं रोक सकी. शहर में हथियार लिए गिरोह खुलेआम घूम रहे हैं. उन्होंने कहा था, पुलिस की लापरवाही से पलक्कड़ में पीएफआई हिंसा कर रही है. पलक्कड़ के मेलमुरी क्षेत्र ने पहले भी सांप्रदायिक हिंसा की सूचना दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई एहतियाती कदम नहीं उठाया. सत्ताधारी माकपा और पुलिस बल ने आतंकवादियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. 

 

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