पेमा खांडू फिर होंगे अरुणाचल के CM, बैठक में चुने गए विधायक दल के नेता

पेमा खांडू 2016 से अरुणाचल के मुख्यमंत्री हैं. उन्होंने नबाम तुकी के इस्तीफे के बाद पहली बार पदभार संभाला था. जब खांडू पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री बने थे, तब वे कांग्रेस के साथ थे. 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए वे भाजपा में शामिल हो गए.

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पेमा खांडू-फाइल फोटो पेमा खांडू-फाइल फोटो

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 12 जून 2024,
  • अपडेटेड 10:54 PM IST

पेमा खांडू एक बार फिर अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे. बुधवार को राजधानी ईटानगर में हुई बैठक में खांडू को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया. बैठक में भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक रवि शंकर प्रसाद और तरुण चुघ भी शामिल हुए. सूत्रों ने बताया कि खांडू अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ गुरुवार सुबह शपथ ले सकते हैं. पेमा खांडू सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राज्यपाल केटी परनायक से मिलेंगे.

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CM खांडू ने एक्स पर पोस्ट किया, 'अरुणाचल के विधायक दल के नेता के रूप में सर्वसम्मति से चुने जाने पर बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं. अत्यंत विनम्रता के साथ मैं माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के दृष्टिकोण के अनुरूप विकासोन्मुख शासन के एक और कार्यकाल के लिए भाजपा का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी स्वीकार करता हूं.'

पेमा खांडू 2016 से अरुणाचल के मुख्यमंत्री हैं. उन्होंने नबाम तुकी के इस्तीफे के बाद पहली बार पदभार संभाला था. जब खांडू पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री बने थे, तब वे कांग्रेस के साथ थे. 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए वे भाजपा में शामिल हो गए.

अरुणाचल प्रदेश में खांडू के नेतृत्व वाली भाजपा ने 60 सदस्यीय विधानसभा में 46 सीटें जीतकर विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल की. ​​लोकसभा चुनाव में भाजपा को दोनों सीटों पर जीत मिली है.

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अरुणाचल प्रदेश की राजनीति में मौजूदा मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने एक अनूठी उपलब्धि हासिल की है. उन्होंने तीन अलग-अलग राजनीतिक दलों के बैनर तले राज्य सरकार का नेतृत्व किया है, और वह भी सिर्फ छह महीने के भीतर. खांडू ने 17 जुलाई, 2016 को कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर मुख्यमंत्री के तौर पर अपना कार्यकाल शुरू किया था. हालांकि, जब वे पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) में शामिल हुए तो उनकी सोच बदली और 16 सितंबर, 2016 को उन्होंने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. बाद में उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन किया और 31 दिसंबर, 2016 को तीसरी बार मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली.

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