आज का दिन: क्या चुनाव में भी एक दिखेंगे जम्मू-कश्मीर के विपक्षी दल?

आज के दिन में हमारे साथ सुनिए क्या चुनाव में भी एक दिखेंगे जम्मू-कश्मीर के विपक्षी दल? SCO समिट में किस पर होगा भारत का फ़ोकस? और कैसे श्रीलंका ने जीत लिया एशिया कप?

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जम्मू-कश्मीर में फारूक अब्दुल्ला के आवास पर सर्वदलीय बैठक हुई. जम्मू-कश्मीर में फारूक अब्दुल्ला के आवास पर सर्वदलीय बैठक हुई.

अमन गुप्ता

  • नई दिल्ली,
  • 12 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 8:56 AM IST

आजतक रेडियो पर हम रोज लाते हैं, देश का पहला मॉर्निंग न्यूज़ पॉडकास्ट ‘आज का दिन’ जहां आप हर सुबह अपने काम की शुरुआत करते हुए सुन सकते हैं आपके काम की खबरें और उन पर क्विक एनालिसिस. साथ ही, सुबह के अखबारों की सुर्खियां और आज की तारीख में जो घटा, उसका हिसाब किताब. जानिए, आज के एपिसोड में हमारे पॉडकास्टर अमन गुप्ता किन खबरों पर बात कर रहे हैं?

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जम्मू-कश्मीर में चुनाव से पहले बढ़ी हलचल

जम्मू कश्मीर में आने वाले चुनावों के लिए नए सीट बंटवारे ने नए समीकरण बना दिए हैं. परिसीमन में जम्मू की सीटें बढ़ने का विरोध तो हो ही रहा था, अब नॉन कश्मीरी लोगों को वोट के अधिकार के फैसले ने अलग ही हलचल बढ़ाई हुई है. कल फ़ारुक़ अब्दुल्ला के आवास पर एक बैठक भी हुई इसी मुद्दे पर. नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी की अगुवाई में हुई इस बैठक में बीजेपी को छोड़ कांग्रेस से लेकर और कई विपक्षी पार्टियां शामिल हुईं। राज्य में पहले से ही सुगबुगाहट है कि विधानसभा चुनावों में जम्मू की हिस्सेदारी बढ़ने से बीजेपी को चुनावों में फायदा हो सकता है. और अब ये कहा जा रहा है कि राज्य के बाहर से आए लेकिन राज्य में ही रह रहे लोगों को वोट के अधिकार से बीजेपी डबल माइलेज ले सकती है. दूसरी तरफ कश्मीर की स्थानीय पार्टियां इसका विरोध कर रही हैं। कल फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि ये कश्मीरी लोगों के साथ अन्याय होगा. तो जम्मू कश्मीर के जो बदले समीकरण है, चाहे जम्मू की सीटें बढ़ाना हो या नॉन कश्मीरी लोगों को वहां वोट का अधिकार देना हो, इससे लोकल पार्टीज में क्यों चिंता बढ़ गई है?

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SCO समिट में किस पर होगा भारत का फ़ोकस?

विदेश मंत्रालय ने बताया है कि इस साल की एससीओ समिट उज्बेकिस्तान के समरकंद में हो रही है जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी हिस्सा लेंगे. इसी महीने के 15 और 16 तारीख को होने जा रही इस समिट में पीएम मोदी के अलावा, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और ईरान के राष्ट्रपति अब्राहिम रायसी शामिल होंगे. ये इसलिए भी इम्पोर्टेन्ट है क्योंकि भारत समरकंद के इस इस समिट के आखिर में एससीओ की रोटेशनस प्रेसिडेंसी ग्रहण करेगा. यानी सितंबर 2023 तक पूरे एक साल के लिए दिल्ली ही इस ग्रुप की अध्यक्षता करेगी. फिर अगले साल इस समिट की मेजबानी भी भारत करेगा. 2019 के बाद पहली बार फेस टू फेस होने जा रही इस समिट में बाय लेटरल टॉक्स की भी सम्भावना है. प्रधानमंत्री मोदी पाकिस्तान और चीन दोनों देशों के प्रधानमंत्री से वन टू वन मीटिंग कर सकते हैं. पिछले कुछ समय से जिस तरह से पाकिस्तान-चीन के साथ हमारे सम्बन्ध रहे हैं, इस समिट पर सबकी नजरें होंगी. तो बार की समिट का क्या एजेंडा होने जा रहा है?  पाकिस्तान चीन दोनों देशों के बीच बाई लेटरल मीटिंग होती हैतो ये कितनी इम्पोर्टेन्ट होगी?

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कैसे श्रीलंका ने जीत लिया एशिया कप?

एशिया कप के फाइनल में कल श्रीलंका ने पाकिस्तान को 23 रन से हरा दिया. आठ साल बाद श्रीलंका के खाते में ये खिताब आया है. इसके साथ ही श्रीलंका का ये छठवां टाइटल है. पहले बल्लेबाजी करते हुए श्रीलंका ने 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 170 रन बनाए थे. जवाब में पाकिस्तान की टीम 20 ओवर में 147 रन पर ऑल-आउट हो गई. श्रीलंका के लिए सबसे ज्यादा 4 विकेट प्रमोद मदुशन ने लिए. वहीं, वानिंदु हसरंगा को 3 सफलता मिली. तो श्रीलंका के जीत के फैक्टर्स क्या रहे?

12 सिंतबर 2022 का 'आज का दिन' सुनने के लिए यहां क्लिक करें...

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