भारतीय रेलवे यात्रियों की सुख-सुविधाओं का ख्याल रखते हुए स्टेशनों को हाईटेक कर रहा है. नई हाई स्पीड ट्रेनें चलाई जा रही हैं. जिससे यात्री समय से अपने गंतव्य तक समय से पहुंच सकें. इसके लिए रेलवे सिस्टम में तमाम तरह के तकनीकी बदलाव भी किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में पूर्वाेत्तर रेलवे ने लखनऊ मंडल के लखनऊ-मैलानी प्रखंड पर स्थित सीतापुर जंक्शन स्टेशन को और हाईटेक करने का फैसला किया है. इस स्टेशन पर यात्रियों के लिए उपलब्ध पुरानी सुविधाओं के अपग्रेड किया जा रहा है. इसके साथ ही यहां कई नई सुविधाएं भी मुहैया कराई जाएंगी.
सीतापुर स्टेशन पर प्रतिदिन 4000 यात्रियों का आवागमन होता है. सीतापुर स्टेशन से लगभग 40 किलोमीटर दूर नैमिषारण्य तीर्थस्थल है. जहां देश-विदेश से पर्यटक दर्शन करने आते हैं. सीतापुर स्टेशन पर यात्रियों के आवागमन के लिए 07 जोड़ी यानी 14 ट्रेनें एवं 03 जोड़ी मेल/एक्सप्रेस ट्रेन (दैनिक) तथा 30 जोड़ी मेल/एक्सप्रेस (सप्ताहिक) की सुविधा है.
सीतापुर जंक्शन पर बहाल की जाएगी यह सुविधाएं
सीतापुर स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार के सर्कुलेटिंग एरिया के विकास तथा स्थानीय कला एवं संस्कृति को शामिल करते हुए स्टेशन का सौंदर्यीकरण, ’’प्लेटफार्म सरफेस’’ का अपग्रेडेशन, ’स्टेशन फसाड’ तथा स्टेशन परिसर में उन्नत लाईटिंग, कोच गाइडेंस सिस्टम, ट्रेन डिस्पले बोर्ड, डिजिटल घड़ियां, सोलर प्लांट, वाटर कूलर, एयर कंडीशनर तथा विभिन्न यात्री सुविधाओं से संबंधित ग्लोसाइन बोर्ड (साइनएज), 12 मीटर चौड़ा पैदल उपरिगामी पुल (एफ.ओ.बी.) तथा स्टेशन पर स्थित यात्री प्रतीक्षालय व शौचालयों का आधुनिकीकरण किया जाएगा. रेलवे ने इन सभी कार्याे का टेंडर खोल दिया है.
जानिए किस योजना के अंतर्गत हो रहा है आधुनिकीकरण
पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने बताया कि रेल मंत्रालय ने स्टेशनों के आधुनिकीकरण के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना के नाम से एक नई नीति तैयार की है. इसके तहत स्टेशनों का विकास किया जा रहा है. इस विकास योजना के अन्तर्गत स्टेशनों को शहर के मुख्य स्थान के रूप में विकसित किए जाने की कोशिश की जा रही है. इसके लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा चुका है.
उदय गुप्ता