आंदोलन के बीच किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा को NIA का समन, कल हो सकती है पूछताछ

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा को पूछताछ के लिए बुलाया है. ये पूछताछ भारत विरोधी संगठनों की ओर से कई एनजीओ को की गई फंडिंग के सिलसिले में है. एनआईए सूत्रों के मुताबिक एनआईए ने लोक भलाई इंसाफ वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष बलदेव सिंह सिरसा को पूछताछ के लिए बुलाया है.

Advertisement
कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करते किसान (फोटो- पीटीआई) कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करते किसान (फोटो- पीटीआई)

जितेंद्र बहादुर सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 16 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 3:45 PM IST
  • NIA ने बलदेव सिंह सिरसा को पूछताछ के लिए बुलाया
  • 17 जनवरी को पूछताछ के लिए किया तलब
  • सिख फॉर जस्टिस केस में गवाह के तौर पर समन

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा को पूछताछ के लिए बुलाया है. ये पूछताछ भारत विरोधी संगठनों की ओर से कई एनजीओ को की गई फंडिंग के सिलसिले में है. एनआईए सूत्रों के मुताबिक एनआईए ने लोक भलाई इंसाफ वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष बलदेव सिंह सिरसा को पूछताछ के लिए बुलाया है.  ये संगठन सरकार के साथ किसानों की ओर से वार्ता में शामिल है. बलदेव सिंह सिरसा से ये पूछताछ अलगाववादी संगठन सिख फॉर जस्टिस के एक नेता पर दर्ज केस के सिलसिले में की जाएगी. 

Advertisement

NIA सूत्रों के अनुसार 17 जनवरी को बलदेव सिंह सिरसा से पूछताछ की जा सकती है. बता दें कि खालिस्तानी संगठनों और उससे जुड़े NGO की फंडिंग इस समय NIA के रडार पर है. NIA ने खालिस्तानी संगठन और इनके द्वारा किए जाने वाले NGO की फंडिंग की लिस्ट तैयार की है. ये एनजीओ विदेश से मिले धन का भारत के खिलाफ इस्तेमाल कर रहे हैं. बता दें कि हाल ही में ब्रिटेन, कनाडा और अमेरिका में खालिस्तान समर्थकों ने भारत में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में भारत के दूतावासों पर विरोध प्रदर्शन किया था. 

दो पत्रकारों से भी पूछताछ

अलगावादी संगठन से फंडिंग मामले में पंजाब के जिन 20 से ज्यादा लोगों से NIA की पूछताछ होनी है उनमें कम से कम दो पत्रकार हैं. हालांकि NIA के शीर्ष सूत्रों का कहना है कि किसी पत्रकार को पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया है.

Advertisement

देखें आजतक लाइव टीवी

माना जा रहा है कि इस विरोध प्रदर्शन में सिख फॉर जस्टिस, खालिस्तान जिन्दाबाद फोर्स, बब्बर खालसा इंटरनेशनल और खालिस्तान टाइगर फोर्स जैसे अलगाववादी संगठन के लोग शामिल थे. 

भारत में खालिस्तान आंदोलन को बढ़ावा दे रहे भारत में इन विदेशी संगठनों से कई NGO में पैसे पहुंचे हैं.  इसकी जांच, NIA समेत दूसरी एजेंसियां कर रही हैं. 

सूत्र का कहना है कि गृह मंत्रालय में 12 दिसंबर को NIA, ED, IT, CBI और FCRA डिवीजन के अधिकारियों की एक बड़ी बैठक हुई थी. इसके बाद ये प्लान तैयार हुआ है कि सिख फॉर जस्टिस, बब्बर खालसा इंटरनेशनल, खालिस्तान जिन्दाबाद फोर्स, खालिस्तान टाइगर फोर्स पर शिकंजा कसने और विदेशी फंडिंग को खंगाला जाएगा. जांच एजेंसियां ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस और जर्मनी से होने वाली विदेशी फंडिंग पर ध्यान रखे हुए है. 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement