नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने पैन इंडिया ऑपरेशन चलाकर इंटरनेशनल ड्रग्स सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है. NCB ने 22 आरोपियों के रैकेट को गिरफ्तार किया है. इनमें कई हाई प्रोफाइल लड़कियां भी शामिल हैं. पकड़े गए आरोपी ड्रग्स की खरीद-फरोख्त के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल करते थे. NCB ने इस मामले में अपने विभाग के एक अधिकारी को भी पकड़ा है. इस अधिकारी पर मास्टरमाइंड की मदद करने का आरोप है.
NCB ने यह कार्रवाई दिल्ली एनसीआर, असम, पश्चिम बंगाल, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, पंजाब, झारखंड, राजस्थान और उत्तराखंड में की है. इन राज्यों में NCB ने 4 महीने तक लगातार अभियान चलाकर कार्रवाई की. NCB ने खुलासा किया है कि ड्रग्स का ये इंटरनेशनल सिंडिकेट कई देशों तक फैला है. इसके तार अमेरिका, ब्रिटेन, नीदरलैंड और पोलैंड से जुड़े हुए हैं. आरोपियों के पास से 15.55 लाख रुपए जब्त किए गए हैं. NCB को आरोपियों के 2 करोड़ के क्रिप्टो टर्नओवर का भी पता चला है.
खरीद-फरोख्त के लिए इस्तेमाल करते थे ऐप्स
जांच के दौरान एजेंसी ने सभी आरोपियों के मोबाइल जब्त कर किए थे. मोबाइल की जांच करने पर पता चला है कि इन्होंने ड्रग्स की खरीद-फरोख्त के लिए विक्स, टेलीग्राम, टोर ब्राउजर और इंस्टाग्राम जैसे कई ऐप्स का इस्तेमाल किया. इन ऐप्स की मदद से आरोपी ड्रग्स का ऑर्डर देते थे.
NCB को कैसे लगी भनक?
दरअसल, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को इससे जुड़ी जानकारी सबसे पहले पश्चिम बंगाल के कोलकाता में मिली. वहां, NCB की जोनल टीम ने कार्रवाई शुरू की. धीरे-धीरे परत दर परत यह मामला खुलता गया और इस केस को NCB की दिल्ली यूनिट ने अपने अंडर में ले लिया. 4 महीने तक चली कार्रवाई में NCB ने कुल 22 लोगों की धरपकड़ की.
ये सभी दुनियाभर में ड्रग्स की खरीद-फरोख्त के लिए खुख्यात 'द ओरिएंट एक्सप्रेस' 'डीएनएम इंडिया' और 'ड्रेड' से जुड़े हुए थे. सभी की उम्र 22 से 35 वर्ष के बीच बताई जा रही है. आरोपियों में इंजीनियर, डॉक्टर, आर्थिक सलाहकार, एक्टर और म्यूजिशियन जैशे पेशेवर लोग शामिल हैं.
अरविंद ओझा