केरल में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव चंद्रशेखर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिए अपने बयान से राष्ट्रीय राजनीति में नई बहस छेड़ दी है. उन्होंने कहा कि केंद्र में मुस्लिम मंत्री नहीं होने की वजह यह है कि मुस्लिम समुदाय बीजेपी को वोट नहीं देता, इसलिए पार्टी से उनके कोई सांसद नहीं चुने जाते.
चंद्रशेखर ने कहा, "मुस्लिम हमारे लिए वोट नहीं कर रहे हैं. हम क्या करें? जब समुदाय हमारा समर्थन नहीं करता, तो स्वाभाविक है कि हमारे पास मुस्लिम सांसद नहीं होंगे, और फिर मंत्री भी नहीं. यह चिकन-एंड-एग वाली स्थिति है."
यह भी पढ़ें: 'जहां सरकारी स्कूल नहीं... वहां 3 महीने में खोलो स्कूल', सुप्रीम कोर्ट का केरल सरकार को निर्देश
उन्होंने यह भी कहा कि बीते वर्षों में बीजेपी और एनडीए में शहनवाज हुसैन और मुख्तार अब्बास नकवी जैसे मुस्लिम चेहरे मौजूद रहे हैं, लेकिन विश्वास की कमी अब तक दूर नहीं हो पाई. उन्होंने कहा, "हमने किसी को चोट नहीं पहुंचाई. भरोसा क्यों नहीं है, यह सवाल भी पूछा जाना चाहिए."
बीजेपी नेता ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और पूछा कि क्या मुस्लिम समुदाय को कांग्रेस को वोट देकर कोई लाभ मिला है. उन्होंने कहा, "अगर मैं पूछूं कि वे कांग्रेस को क्यों वोट देते हैं? क्या उसका कोई फायदा हुआ?"
विपक्ष ने किया पलटवार
कांग्रेस और वाम दलों ने इस बयान को "ध्रुवीकरण की राजनीति" बताया. विपक्षी नेताओं का कहना है कि देश की सरकार सभी नागरिकों की होती है, न कि केवल उन लोगों की जो सत्ताधारी दल को वोट देते हैं. कांग्रेस नेता ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "प्रतिनिधित्व संविधान का सवाल है, सौदेबाजी का नहीं."
यह भी पढ़ें: SIR ड्यूटी के तनाव में BLO का सुसाइड... प्रशासन ने नकारे दवाब के आरोप; केरल की IUML पहुंची सुप्रीम कोर्ट
सियासी संदेश क्या है?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि कोझिकोड जैसे मुस्लिम बहुल क्षेत्र में दिया गया यह बयान बीजेपी के केरल विस्तार अभियान का हिस्सा हो सकता है. पार्टी लंबे समय से राज्य में राजनीतिक आधार बढ़ाने की कोशिश कर रही है.
aajtak.in