हंगामे के बीच राज्यसभा में पीएम मोदी बोले- विपक्ष की मानसिकता महिला विरोधी

पीएम ने कहा कि ये कौन सी मानसिकता है जो दलितों, आदिवासियों, किसान के बेटे का गौरव करने को तैयार नहीं है? इस प्रकार की मानसिकता पहली बार सदन ने देखी है.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 19 जुलाई 2021,
  • अपडेटेड 1:47 PM IST
  • मॉनसून सत्र की शुरुआत जोरदार हंगामे के साथ हुई है
  • विपक्ष को दलित मंत्री रास नहीं आ रहेः पीएम मोदी 

मॉनसून सत्र की शुरुआत जोरदार हंगामे के साथ हुई है. पहले लोकसभा में विपक्षी दलों के नेता ने पीएम मोदी के संबोधन में बाधा डाली, फिर राज्यसभा में भी यही स्थिति रही. राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के बीचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सदन में मौजूद सदस्यों के बर्ताव पर जमकर बरसे. पीएम ने कहा कि विपक्ष की मानसिकता महिला विरोधी है

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राज्यसभा में पीएम ने कहा कि आज जब देश के किसान परिवार के बच्चे मंत्री बनकर सदन में उनका परिचय हो रहा है तो कुछ लोगों को बड़ी पीड़ा हो रही है. इस सदन में मंत्री बनी महिलाओं का परिचय हो रहा है तो वो कौन सी महिला विरोधी मानसिकता है जिसके कारण सदन में उनका नाम सुनने को भी तैयार नहीं हैं.

आगे पीएम ने कहा कि ये कौन सी मानसिकता है जो दलितों, आदिवासियों, किसान के बेटे का गौरव करने को तैयार नहीं है? इस प्रकार की मानसिकता पहली बार सदन ने देखी है. वहीं, विपक्ष के हंगामे के बाद राज्यसभा दोपहर दो बजे के लिए स्थगित कर दी गई.  

विपक्ष को दलित मंत्री रास नहीं आ रहेः पीएम मोदी 

वहीं लोकसभा में भारी हंगामे के बीच पीएम मोदी ने कहा था कि खुशी की बात है कि कई दलित भाई मंत्री बने हैं. हमारे कई मंत्री ग्रामीण परिवेश से है, लेकिन कुछ लोगों को ये रास नहीं आ रहा है. मैं सोच रहा था कि आज सदन में उत्साह का वातावरण होगा क्योंकि बहुत बड़ी संख्या में हमारी महिला सांसद, दलित भाई, ​आदिवासी, किसान परिवार से सांसदों को मंत्री परिषद में मौका मिला. उनका परिचय करने का आनंद होता.

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Pegasus पर बवाल के आसार 

मॉनसून सत्र में विपक्षी दल सरकार को जहां किसान आंदोलन, महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर घेरने की कोशिश में है. वहीं विपक्ष के हमलों को फेल करने के लिए सरकार ने भी बड़ी प्लानिंग की है, लेकिन सत्र से एक दिन पहले Pegasus हैकिंग विवाद ने तय कर दिया है कि मॉनसून सत्र हंगामेदार होने वाला है.

 बीते दिन अंतरराष्ट्रीय मीडिया द्वारा जारी एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि Pegasus स्पाइवेयर द्वारा भारत में कई पत्रकारों, नेताओं और अन्य सार्वजनिक जीवन से जुड़े लोगों का फोन हैक किया गया. दावा है कि ये सरकार द्वारा करवाया गया, लेकिन केंद्र सरकार ने इन आरोपों को नकार दिया है.


 

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