बीजेपी का मिशन साउथ, राष्ट्रपति पद के लिए इस उम्मीदवार पर लगा सकती है दांव!

तमिलिसाई सुंदरराजन को बीजेपी के राष्ट्रपति उम्मीदवार की रेस में सबसे आगे माना जा रहा है. तमिलिसाई सुंदरराजन अभी तेलंगाना और पुडुचेरी की राज्यपाल हैं. उन्हें बीजेपी राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार बना सकती है. डॉक्टर तमिलिसाई सुंदरराजन 61 साल की हैं.

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पीएम मोदी के साथ तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन (फाइल फोटो) पीएम मोदी के साथ तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन (फाइल फोटो)

आशीष पांडेय

  • नई दिल्ली,
  • 10 जून 2022,
  • अपडेटेड 12:29 PM IST
  • 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव
  • 21 जुलाई को आएंगे नतीजे

देश में 18 जुलाई को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होना है. मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है. ऐसे में बीजेपी ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए खोज शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि बीजेपी इस बार 'मिशन साउथ' को ध्यान में रखकर राष्ट्रपति उम्मीदवार का चयन कर सकती है. 

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माना जा रहा है कि तमिलिसाई सुंदरराजन इस रेस में सबसे आगे हैं. तमिलिसाई सुंदरराजन अभी तेलंगाना और पुडुचेरी की राज्यपाल हैं. उन्हें बीजेपी राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार बना सकती है. डॉक्टर तमिलिसाई सुंदरराजन 61 साल की हैं. वे नाडर समुदाय की हैं. इतना ही नहीं वे राज्यपाल बनने से पहले तमिलनाडु बीजेपी की प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. राजनीति में आने से पहले तमिलिसाई चेन्नई के रामचंद्र मेडिकल कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर रही हैं. 

सोशल मीडिया पर क्या है चर्चा?

राष्ट्रपति चुनाव के ऐलान के बाद से सोशल मीडिया पर बीजेपी उम्मीदवार को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जाने शुरू हो गए. सोशल मीडिया पर चर्चा है कि बीजेपी इस बार मुस्लिम को राष्ट्रपति उम्मीदवार बना सकती है. दरअसल, बीजेपी ने इस बार मुख्तार अब्बास नकवी को राज्यसभा नहीं भेजा है. ऐसे में कहा जा रहा है कि बीजेपी मुख्तार अब्बास नकवी को राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति बना सकती है. हालांकि, केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का नाम भी चर्चा में है.

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21 जुलाई को आएंगे नतीजे

चुनाव आयोग ने गुरुवार को ही राष्ट्रपति चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया. राष्ट्रपति चुनाव 18 जुलाई को होंगे और 21 जुलाई को देश को नए राष्ट्रपति मिल जाएंगे. 29 जून नामांकन की आखिरी तारीख होगी. 

कौन डालता है वोट?

राष्ट्रपति के चुनाव में सभी राज्यों की विधानसभाओं में चुनकर आए सदस्य और लोकसभा- राज्यसभा सांसद अपने वोट डालते हैं. हालांकि,  राष्ट्रपति जिन सदस्यों को सांसद के तौर पर नामित करते हैं, उन्हें वोट डालने का अधिकार नहीं है. साथ ही जिन 9 राज्यों में विधान परिषद है, उनके सदस्यों को भी राष्ट्रपति चुनाव में वोट डालने का अधिकार नहीं होता है.

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