मणिपुर की राजधानी इम्फाल में सोमवार को दूसरे लगातार दिन बड़ा विरोध प्रदर्शन जारी रहा. यह प्रदर्शन तब शुरू हुआ है जब केंद्रीय सुरक्षा बलों पर आरोप लगे कि उन्होंने सरकारी कर्मचारियों को एक राज्य संचालित बस पर लिखे "मणिपुर" शब्द को ढकने के लिए मजबूर किया.
इस घटना के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए और राज्यपाल अजय कुमार भल्ला को एयरपोर्ट से हेलीकॉप्टर के जरिए राजभवन तक जाना पड़ा. राज्यपाल अजय कुमार भल्ला नई दिल्ली से इम्फाल लौटे थे. विरोध-प्रदर्शनों के चलते उन्हें कांगला फोर्ट से एयरलिफ्ट कर राजभवन पहुंचाया गया.
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25 मई से मैतेई समुदाय कर रहा विरोध
इस घटना के विरोध में मेतेई समुदाय के समन्वय समिति, COCOMI, ने पूरे राज्य में 25 मई से बड़े पैमाने पर प्रदर्शन की घोषणा की है. इस आंदोलन में वे राज्यपाल से माफी मांगने के साथ-साथ मुख्य सचिव प्रशांत कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह और सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह को भी सरकार से हटाने की मांग कर रहे हैं.
बस रोका और मणिपुर शब्द को कागज से ढकने के लिए मजबूर किया
दरअसल, 20 मई को एक संचालित बस में लोग शिरुई लिली त्योहार के लिए जा रहे थे, उन्हें उखरुल जिले के ग्वालटाबी चेकपोस्ट के पास सुरक्षा बलों ने रोका था. इस दौरान उनकी विंडशील्ड पर लिखे "मणिपुर" शब्द को कर्मचारियों से सफेद कागज से ढकवा दिया गया था. इस घटना को मैतेई ग्रुप COCOMI ने मणिपुर की पहचान का अपमान बताया और कड़ी निंदा की.
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COCOMI और गृह मंत्रालय के बीच बैठक
इस बीच, COCOMI का सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल गृह मंत्रालय (MHA) के साथ मंगलवार को होने वाली विशेष बैठक के लिए सोमवार को नई दिल्ली के लिए रवाना हुआ है. इस बैठक का उद्देश्य मणिपुर संकट से उपजे अनसुलझे राजनीतिक और सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा करना है.
बेबी शिरीन