कर्नाटक कांग्रेस में अंदरूनी राजनीतिक तूफान और तेज हो गया है. पूर्व मंत्री केएन राजन्ना के समर्थकों का आरोप है कि उन्हें कैबिनेट से हटाने के पीछे डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार की साजिश है. उनका कहना है कि जब राजन्ना ने खुले तौर पर कांग्रेस सरकार के समय लगे 'वोट चोरी' के आरोपों पर पार्टी की नाकामी की बात कही थी, तभी से उन्हें निशाने पर ले लिया गया.
हाल में यह विवाद तब और बढ़ गया जब कांग्रेस नेता एचसी बालकृष्ण और केएन राजन्ना के बेटे राजेंद्र के बीच तीखी बयानबाजी हो गई. राजेंद्र ने चेतावनी दी है कि जल्द ही राजनीतिक बदलाव हो सकता है.
कांग्रेस विधायक एचसी बालकृष्ण ने क्या कहा...
कांग्रेस विधायक एचसी बालकृष्ण ने कहा, पूरी दुनिया जानती है कि मंत्री रहते हुए उनका बर्ताव और भाषा कैसी थी. कहा भी जाता है कि एक शब्द परिवार को बिगाड़ सकता है. उनके शब्दों ने ही उन्हें डुबोया है, इसमें कोई साजिश नहीं है. अब वे दूसरी पार्टी में जा चुके हैं. उन्होंने बीजेपी में जाने के लिए आवेदन भी दिया है. अब वे हम पर और हमारे नेताओं पर आरोप मढ़ने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा, हमारे नेताओं की ओर से कोई साजिश नहीं की गई है. पार्टी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. हाईकमान ने उनके बयान देखे और उसी आधार पर कार्रवाई की है. इसमें किसी नेता की साजिश नहीं है. बालकृष्ण डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार पर राजन्ना की टिप्पणी का जवाब दे रहे थे.
कांग्रेस एमएलसी और राजन्ना के बेटे राजेंद्र ने क्या कहा...
कांग्रेस एमएलसी राजेंद्र ने तीखा पलटवार किया और कहा, हर कोई सितंबर क्रांति की बात कर रहा है, लेकिन हो सकता है कि वे सब बीजेपी में चले जाएं. जो लोग राजन्ना पर आरोप लगा रहे हैं, वे भी बीजेपी जा सकते हैं और हमें इस पर हैरानी नहीं होनी चाहिए. यहां तक कि यतनाल ने भी कहा है कि वे 20-25 विधायकों को बीजेपी में लाएंगे. अगर ऐसा हुआ तो वही असली सितंबर क्रांति होगी, जिसके बारे में राजन्ना बात कर रहे थे. आप सितंबर में जो करना चाहें करें, चाहे वो ब्रेन मैपिंग ही क्यों न हो. हां, कुछ लोग पहले ही पार्टी से एक कदम बाहर रख चुके हैं.
पूर्व मंत्री राजन्ना ने क्या कहा था...
आरएसएस गीत विवाद के दौरान राजन्ना ने डीके शिवकुमार को निशाने पर लेते हुए कहा था, वो जो चाहें कर सकते हैं. आरएसएस के गीत गा सकते हैं, अमित शाह और सद्गुरु के साथ मंच साझा कर सकते हैं और उनके साथ बैठ सकते हैं. उन्होंने कहा था कि अगर प्रयागराज जाकर पवित्र स्नान किया जाए तो गरीबों को भोजन मिलेगा और वे वहां चले गए. खुद राहुल गांधी अंबानी के बेटे की शादी को लेकर हिचकिचाते हैं, लेकिन वे अपने परिवार के साथ उस शादी में शामिल होते हैं. यह सब है, और जनता ही इस पर फैसला करेगी.
फिलहाल, कर्नाटक कांग्रेस में खींचतान खुलकर सामने आ गई है. एक ओर राजन्ना कैंप डीके शिवकुमार को निशाने पर ले रहा है तो दूसरी ओर पार्टी के वरिष्ठ नेता आरोपों को निराधार करार दे रहे हैं. आने वाले समय में यह अंदरूनी टकराव कांग्रेस के लिए बड़ा राजनीतिक सिरदर्द साबित हो सकता है.
सगाय राज