राजस्थानः करौली महापंचायत में जुटे हजारों किसान, राकेश टिकैत की दिल्ली कूच की अपील

किसान नेता राकेश टिकैट खुली कार में सवार होकर मंच पर पहुंचे. जहां लोगों ने माला एवं 101 फीट का साफा पहना कर और हल भेंट कर उनका स्वागत किया. किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने सरकार पर किसानों की अनदेखी के आरोप लगाए.

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करौली महापंचायत में जुटे हजारों किसान (फोटो-आजतक) करौली महापंचायत में जुटे हजारों किसान (फोटो-आजतक)

शरत कुमार

  • करौली,
  • 25 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 8:01 PM IST
  • हजारों की संख्या में महापंचायत में पहुंचे किसान
  • 101 फीट का साफा पहना कर टिकैत का किया स्वागत

कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान नेता राकेश टिकैत ने राजस्थान के करीरी में किसानों को संबोधित करते हुए किसानों से दिल्ली कूच करने का आह्वान किया. उन्होंने 40 लाख ट्रैक्टर के साथ संसद मार्च का ऐलान करते हुए दिल्ली कूच की शुरुआत करने की बात कही. करौली के करीरी में हजारों की संख्या में किसान टिकैत को सुनने पहुंचे थे. 

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कृषि कानूनों के खिलाफ किसान नेता राकेश टिकैत लगातार मुखर होते जा रहे हैं और कई शहरों में किसान सभाओं को संबोधित कर रहे हैं. टोडाभीम के भैरव बाबा कुश्ती दंगल स्टेडियम में आयोजित किसान महापंचायत में बड़ी संख्या में किसान अपने ट्रैक्टर के साथ सभा में पहुंचे. राकेश टिकैत ने यहां से किसानों से ट्रैक्टर के साथ दिल्ली कूच करने की अपील की.

101 फीट का साफे से स्वागत 

राकेश टिकैट खुली कार में सवार होकर मंच पर पहुंचे. जहां लोगों ने माला एवं 101 फीट का साफा पहना कर और हल भेंट कर उनका स्वागत किया. किसानों को संबोधित करते हुए उन्होंने सरकार पर किसानों की अनदेखी के आरोप लगाए. राकेश टिकैत ने तीनों कृषि कानून वापस लेने एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य तय नहीं होने तक आंदोलन जारी रखने की भी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को हाली और पाली ही चलाएंगे.

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करौली में जुटे किसान

उन्होंने कहा कि 24 मार्च तक विभिन्न स्थानों पर सभाओं के संबोधन का कार्यक्रम है. इसके बाद असम, कर्नाटक एवं अन्य राज्यों में भी जाएंगे और आंदोलन चलाएंगे. उन्होंने कहा कि इससे किसी भी राजनीतिक दल का कोई वास्ता नहीं. उन्होंने लंबे समय तक चलने वाले आंदोलन के लिए तैयार रहने एवं दिल्ली कूच की घोषणा पर ट्रैक्टर लेकर आने की भी अपील की.

टोडाभीम के करीरी में किसान महापंचायत में किसानों ने किसान नेता राकेश टिकैत को 101 फीट का साफा पहनाया और हल भेंट कर स्वागत किया. महापंचायत में योगेंद्र यादव, जाट नेता राजाराम मील भी पहुंचे. करीरी में किसान महापंचायत को योगेंद्र यादव ने संबोधित किया. उन्होंने अपने भाषण में लोगों से प्रत्येक घर से एक सदस्य शाहजहांपुर बॉर्डर पहुंचने अपील की. साथ ही सरकार से फसल बिक्री पर एमएसपी की गारंटी की मांग भी की.

कलम व कैमरा पर बंदूक का पहराः टिकैत 

पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित किरावली में कृषि कानूनों को लेकर किसान महापंचायत को संबोधित करने के बाद राकेश टिकैत कल बुधवार को राजस्थान के भरतपुर पहुंचे. यहां उन्होंने रात गुजारी और आज गुरुवार को वह यहां से करौली जिले के टोडाभीम पहुंचे.

किसान नेता टिकैत ने कहा कि कलम व कैमरा पर बंदूक का पहरा है और आज कृषि कानूनों के खिलाफ पूरा देश एकजुट हो चुका है और यह एक क्रांति है जिसे डंडे और बंदूक के बल पर ना तो रोका जा सकता है और ना खत्म किया जा सकता है. किसान अब दिल्ली के इंडिया गेट के पास स्थित सभी गार्डन में खेती करेंगे.

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उन्होंने कहा कि पूरे देश का किसान केंद्र सरकार से बार-बार एक ही मांग कर रहा है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बने और कृषि कानूनों को वापस लिया जाए लेकिन केंद्र सरकार इन बातों को मानने के लिए सहमत नहीं है जिसके चलते यह आंदोलन काफी समय से चल रहा है और जब तक किसानों की सभी मांगें पूरी नहीं हो जाती हैं तब तक पूरे देश का किसान एकजुट होकर इसी तरह से एक क्रांति के रूप में आंदोलन को जारी रखेगा.

संसद घेराव की योजना का करेंगे ऐलानः टिकैत

इसके अलावा उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान अलग-अलग प्रकार की रणनीति तय होती रहेंगी और आगामी समय में संसद भवन का घेराव करने की योजना की घोषणा कर दी जाएगी.

किसान नेता राकेश टिकैत केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं और पूरे देश को इस आंदोलन में शामिल करने के लिए हर राज्य के अलग-अलग हिस्सों में जाकर किसान महापंचायत को संबोधित कर देश के किसानों को एकजुट कर इस आंदोलन में शामिल होने के लिए अपील कर रहे हैं.

टिकैत ने कहा कि किसान हर मुसीबत और हर अच्छे तथा बुरे मौसम में अपनी फसलों को तैयार करने के लिए अपना खून पसीना बहाता है लेकिन जिस तरह से केंद्र सरकार इन कानूनों को लेकर आई है उससे किसानों का शोषण होगा और कॉरपोरेट जगत को फायदा होगा. लेकिन ऐसा नहीं होने दिया जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली में इंडिया गेट के पास जितने भी बड़े पार्क हैं वहां खेती कर फसल उगाई जाएगी.

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