'धर्म पूछा, कलमा पढ़ने को कहा और गोली चला दी...', पहलगाम हमले के चश्मदीदों ने बताई आंखोंदेखी

महाराष्ट्र के पुणे से पहलगाम घूमने आईं आसावरी ने आजतक से कहा कि, 'आतंकी लोकल पुलिस की वर्दी में थे और मास्क भी पहने हुए थे. उन्होंने बताया, 'हमलावरों ने सिर्फ पुरुषों को निशाना बनाया और खास तौर पर हिंदुओं से जबरन कलमा पढ़वाने की कोशिश की. जो नहीं पढ़ पाए, उन्हें गोली मार दी गई. मेरे सामने मेरे पापा को तीन गोलियां मारी गईं.

Advertisement
जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला, पर्यटकों को बनाया निशाना जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला, पर्यटकों को बनाया निशाना

अभिजीत करंडे

  • नई दिल्ली,
  • 22 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 7:21 AM IST

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में दिल दहला देने वाला आतंकी हमले के बाद कई परेशान करने वाले इनपुट्स आ रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई है और 20 से अधिक लोग घायल हो गए हैं. आजतक के साथ बातचीत में इस हमले के प्रत्यक्षदर्शियों ने जो बताया है वो बेहद परेशान करने वाला और डराने वाला है.

Advertisement

हिंदुओं को बनाया निशाना
उन्होंने बताया कि 'आतंकियों ने हिंदुओं को निशाना बनाते हुए गोलीबारी की. उन्होंने कलमा पढ़ने के लिए भी कहा और गोली चला दी. यह घटना पहलगाम में उस जगह हुई जिसे मिनी स्विटजरलैंड कहा जाता है और पर्यटकों के लिए यह पसंदीदा जगहों में से एक है. यहां खुला पहाड़ी मैदान है और घाटी के खूबसूरत नजारे का दीदार होता है, लेकिन मंगलवार को यह खून-खून हो गया.  

पुलिस की वर्दी में थे आतंकी
महाराष्ट्र के पुणे से पहलगाम घूमने आईं आसावरी ने आजतक से कहा कि, 'आतंकी लोकल पुलिस की वर्दी में थे और मास्क भी पहने हुए थे. उन्होंने बताया, 'हमलावरों ने सिर्फ पुरुषों को निशाना बनाया और खास तौर पर हिंदुओं से जबरन कलमा पढ़वाने की कोशिश की. जो नहीं पढ़ पाए, उन्हें गोली मार दी गई.

Advertisement

पापा-चाचा को मारी गोली, कलमा पढ़ने को कहा

मेरे सामने मेरे पापा को तीन गोलियां मारी गईं. मेरे चाचा को भी गोली मारी गई. हम टेंट के पीछे छिपे हुए थे. जो लोग लोकल थे उन्होंने उन्हें डराया, उनको देखकर हम डर गए और हमने भी कलमा पढ़ा और हम वहां से भागकर दूर पहुंचे और घोड़ों से भागकर अपनी जान बचाई.' आतंकियों ने बिल्कुल मुंबई के 26/11 वाले अंदाज में हमला किया था.  

'हमारा मजहब खतरे में...'
पीड़ित ने आगे बताया, "आतंकियों ने हमें 'मोदी जी के नाम पर धमकाया और कहा कि 'तुम लोगों ने मोदी को सिर पर चढ़ा रखा है, उसकी वजह से हमारा मजहब खतरे में है. घटनास्थल पर 50 से अधिक लोग मौजूद थे. घटना के बाद सेना ने लोगों को रेस्क्यू किया और अस्पताल पहुंचाया. कुछ स्थानीय लोगों ने भी मदद की, जिसके कारण हम लोग सुरक्षित नीचे आ सके. हालांकि, उनके पिता और चाचा की स्थिति के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिली है.

प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हमले में एक नए शादीशुदा कपल को भी निशाना बनाया गया. उन्होंने कहा, "मैंने एक शादीशुदा महिला को देखा, जिसके पति को गोली मार दी गई. एक छोटी बच्ची भी वहां थी.'

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement