विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ लाल सागर में चुनौतीपूर्ण सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की. फोन पर हुई बातचीत में जयशंकर और ब्लिंकन ने इजरायल-हमास संघर्ष और यूक्रेन की स्थिति पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया.
विदेश मंत्री जयशंकर ने X पर कहा कि आज शाम मेरे मित्र और अमेरिका के विदेश मंत्री ब्लिंकन के साथ एक अच्छी चर्चा हुई. हमारी बातचीत समुद्री सुरक्षा चुनौतियों, विशेष रूप से लाल सागर क्षेत्र पर केंद्रित थी. इसके साथ ही गाजा समेत पश्चिम एशिया में चल रही अमेरिका की नीतियों की सराहना की गई.
जयशंकर ने कहा कि यूक्रेन युद्ध पर भी ब्लिंकन से बात हुई है. उन्होंने कहा कि 2024 के लिए हमारे व्यापक सहयोग एजेंडे को साकार करने के लिए उत्सुक हूं.
विदेश मंत्री ने अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग से भी फोन पर बातचीत की. उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री पेनी वोंग के साथ 2024 की पहली बातचीत हुई. दुनिया की स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया और क्वाड सहित इस वर्ष के लिए हमारे सहयोग पर चर्चा की.
बता दें कि लाल सागर में माल ढोने वाले जहाजों पर हूती विद्रोहियों के हमले ने भारत के लिए मुश्किल पैदा कर दी है. हमले की बढ़ती आशंकाओं को देखते हुए निर्यातक शिपमेंट रोक रहे हैं और इस वजह से भारत के निर्यात में 30 अरब डॉलर की गिरावट हो सकती है. भारत के लिए लाल सागर का समुद्री मार्ग निर्यात मार्गों में से सबसे भरोसेमंद रास्ता है क्योंकि यह भारत को यूरोप, अमेरिका के पूर्वी तट, मध्य-पूर्व और अफ्रीकी देशों से जोड़ता है. जहाजों पर हमले को देखते हुए मोदी सरकार निर्यात जहाजों के लिए सुरक्षित रास्ता तलाशने के लिए निर्यात आयोग परिषदों के साथ बातचीत कर रही है.
गीता मोहन