'बर्निंग बस' में छूकर निकली मौत, जैसलमेर हादसे का शिकार बने आशीष और विशाखा की दर्दनाक कहानी, बर्न यूनिट में इलाज जारी

जैसलमेर बस हादसे में जोधपुर के आशीष दवे और नागौर की विशाखा की जिंदगी बाल-बाल बच गई. दोनों उसी बस में सवार थे. शादी से पहले प्री वेडिंग शूट से लौटते वक्त बस में हादसा हुआ. दोनों झुलस गए. अब बर्न यूनिट में इलाज चल रहा है. परिजन प्रार्थना कर रहे हैं.

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बस में आग लगने पर सबसे पहले आशीष और विशाखा बाहर निकले थे (फोटो-ChatGPT) बस में आग लगने पर सबसे पहले आशीष और विशाखा बाहर निकले थे (फोटो-ChatGPT)

aajtak.in

  • जैसलमेर,
  • 17 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 6:40 AM IST

Jaisalmer Burning Bus Couple Story: जैसलमेर के खौफनाक बस हादसे में न जाने कितने परिवारों को तबाह कर दिया और कितने लोगों के सपनों को तोड़ा है. कई लोगों के जीवन में आने वाले सुनहरे पलों को मंजिल तक पहुंचने से पहले खत्म कर दिया. इस हादसे का शिकार बने हर पीड़ित की ऐसी ही कहानी है. एक कहानी उस कपल की है, जिसने अपने आने वाले कल को टूटते और मौत को करीब आते देखा.

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दरअसल, उसी बस में एक कपल सवार था. दोनों की 6 महीने पहले ही सगाई हुई थी. घर में परिवार के लोग फरवरी महीने में होने वाली उनकी शादी की तैयारियां में जुटे थे. इसी सिलसिले में वो कपल प्री वेडिंग शूट के लिए जैसलमेर गया था. शूट खत्म होने के बाद वापस वे दोनों जोधपुर आते समय बस में सवार हुए और बस जानलेवा हादसे का शिकार हो गई. आग का गोला बन गई. लेकिन उन दोनों की किस्मत अच्छी थी कि आग लगने के बाद बस से सबसे पहले वो दोनों ही बाहर निकले.

इस दौरान वे पांच से दस प्रतिशत तक जल गए. उनके घर वालों ने अपनी आंखों के सामने ही खुशियों के पल बिखरते नजर आने लगे. फिलहाल, उन दोनों का महात्मा गांधी अस्पताल की बर्न यूनिट में उपचार चल रहा है. दोनों के परिजन अस्पताल में मौजूद हैं. ये कहानी है जोधपुर के महामंदिर निवासी आशीष दवे और नागौर के ब्रह्मपुरी में रहने वाली विशाखा की. 

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जानकारी के मुताबिक, आशीष और विशाखा की सगाई ढाई महीने पहले हुई थी. इसके बाद दोनों परिवारों की सहमति से शादी के लिए 10 फरवरी 2026 का दिन तय हो गया. शादी होने वाली थी, लिहाजा इसके लिए प्री वेडिंग शूट होना तय हुआ. जिसके लिए विशाखा जोधपुर आई और वहां से दोनों बस में सवार होकर जैसलमेर पहुंचे. वहां उनका प्री वेडिंग शूट ठीक से पूरा हुआ. इसके बाद दोनों को वापस लौटना था.

दोनों बस से वापस लौट रहे थे. बदकिस्मती से वापस लौटते समय हादसा हो गया. बस में आ लग गई. जिसमें वो दोनों मौत को करीब से देखकर बच निकले. लेकिन आग ने फिर भी उनके जिस्म को कुछ हद तक जला दिया. इसी वजह से दोनों का इलाज चल रहा है.

नागौर से आए विशाखा के परिजन और जोधपुर में मौजूद आशीष के परिजन महात्मा गांधी अस्पताल के प्री ऑपरेटिव वार्ड के बाहर नजरें लगाए बैठे हैं. हर पल भगवान से अपने बच्चों की सलामती की प्रार्थना कर रहे हैं.

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बर्न यूनिट में घायल विशाखा के पास पहुंचे. तब विशाखा ने कहा कि मुझे आपके साथ एक फोटो लेना है. फिर फोटो ली. आशीष जोधपुर में ही जॉब के साथ-साथ बिजनेस करते हैं. करीब 6 महीने पहले ही दोनों की सगाई हुई थी. 

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रिश्तेदार मुकुल ने बताया कि दोनों की शादी अगले साल दस फरवरी को होनी है. इसके लिए प्री वेडिंग शूट के लिए गए थे। आशीष करीब पांच फीसदी झुलसे है जबकि विशाखा पांच से दस फीसदी झुलसने वालों की श्रेणी में है. दोनों की स्थिति ठीक बताई जा रही है. 

लेकिन आशीष को हाईफ्लो ऑक्सीजन पर रखा गया है. क्योंकि उनके शरीर में धुंआ चला गया था. प्री वेडिंग सूट में कैमरामैन को जैसलमेर से ही हायर किया था, फिलहाल दोनों का महात्मा गांधी हॉस्पिटल की बर्न यूनिट में इलाज जारी है.

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