भारत में आतंकी संगठन ISIS ने पैर नहीं पसारे हैं लेकिन उसकी सक्रिय होने की ये मुहिम लंबे समय से जारी है. हाल ही में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कश्मीर, बेंगलुरु और मंगलोर की 5 जगहों पर रेड की थी. गिरफ्तार किए गए तमाम लोगों के ISIS से कनेक्शन सामने आए थे और वे पूरी तरह रेडिक्लाइज हो चुके थे.
NIA की रेड में सामने आया ISIS कनेक्शन
उन्हीं गिरफ्तार लोगों में शामिल था मदेश शंकर उर्फ अली मुवैया. बंगलोर का रहने वाला मदेश शंकर दो साल पहले ISIS के सोशल मीडिया ग्रुप के साथ जुड़ा था. उसके बाद केरल और जम्मू-कश्मीर में बैठे दूसरे ISIS मोड्यूल के लोगों ने मदेश का ब्रेन वॉश किया और उसे इस कदर रेडिक्लाइज कर दिया कि वो कहीं भी जाकर आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए बिल्कुल तैयार था.
आज तक/इंडिया टुडे को मिलेट्री इंटेलिजेंस (MI) से जुड़े एक सीनियर अफसर ने बताया कि पहली बार MI की टीम ने मदेश शंकर को उस वक्त एक टेलीग्राम चैनल पर स्पॉट किया था जिसका नाम था "See you in Palma". दरअसल ये ISIS का एक इंटरनेशनल टेलीग्राम चैनल था जिसमें देश और विदेश के कई आतंकी जुड़े हुए थे. वहीं Palma एक कोड वर्ड है जिसके जरिए सभी को अफ्रीका में हुए एक घटना के बारे में याद दिलाया गया.
नौजवानों को किया जा रहा रेडिक्लाइज
जानकारी मिली कि मार्च 2021 में ISIS के आतंकियों ने 4 लोगों की गला काटकर हत्या कर दी थी. ये पूरा घटनाक्रम अफ्रीका में हुआ था. इसी घटना के बाद सोशल मीडिया पर प्रोपेगेंडा चलाने के लिए See you in Palma नाम का पेज शुरू कर दिया गया और इसके जरिए कई युवकों को ISIS संग जोड़ा भी गया और उन्हें रेडिक्लाइज भी किया गया.
सूत्र बताते हैं कि मदेश शंकर जिस ISIS के मॉड्यूल से जुड़ा हुआ है उसमें देश की मेट्रो सिटी के कई नौजवान हैं. दर्जनों को एजेंसियों ने गिरफ्तार कर लिया है लेकिन सैकड़ों अभी भी फरार चल रहे हैं. वो सभी अलग अलग फर्जी नाम और कोड नेम के जरिए सोशल मीडिया एप पर एक्टिव हैं और ISIS का जिहादी प्रोपेगेंडा फैला रहे हैं.
जिहादी वाली विचारधारा का कर रहे प्रसार
MI के सूत्र ने ये भी बताया है कि मदेश शंकर ने अपना धर्म छोड़ इस्लाम फॉलो करना शुरू कर दिया था. उसकी उसी हरकत की वजह से परिवार ने भी मदेश से दूरी बना ली थी. कहा गया कि धीरे-धीरे मदेश शंकर कई ISIS के सोशल मीडिया चैनल से जुड़ा और केरल ,कश्मीर, कर्नाटक में एक्टिव ISIS के मोड्यूल के लोगों से जुड़ता चला गया. फिर इन्हीं सब लोगों ने साथ मिलकर खुद का गिरोह बना लिया और ISIS की जिहादी वाली विचारधारा का प्रसार करने लगा.
अरविंद ओझा