Indian Railway News: चलती ट्रेन को बेवजह अलार्म चेन खींचकर रोकना कानूनी अपराध है. रेलवे की ओर से वक्त-वक्त पर इस बारे में लोगों को जागरूक भी किया जाता है, फिर भी ऐसी घटनाएं रुकने का नाम नहीं लेतीं. ऐसा ही एक और मामला सामने आया है, जहां बेवजह चेन पुलिंग की वजह से एक ट्रेन नदी पर बने पुल पर ही रुक गई. हालांकि, यह वीडियो कब की है इसकी पृष्टि नहीं हो सकी है, लेकिन रेलवे ने इसे अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से शेयर किया है.
रेलवे कर्मचारी की बहादुरी की कर रहे हैं लोग तारीफ
नदी पर बने पुल पर ट्रेन के रुकने बाद अफरातफरी का माहौल था. हालात बेहद खतरनाक थे, लेकिन एक रेलवे कर्मचारी न केवल जान जोखिम में डालकर नीचे उतरा, बल्कि उसने किसी तरह अलार्म चेन को रीसेट किया ताकि ट्रेन को दोबारा रवाना किया जा सके. रेल मंत्रालय ने इस घटना का वीडियो अपने फेसबुक पेज पर शेयर किया, जिसके बाद लोग इस रेलकर्मी की जमकर तारीफ कर रहे हैं.
नीचें देखें वीडियो:
गोदान एक्सप्रेस ट्रेन के साथ हुई घटना
रेलवे के मुताबिक, अलार्म चेन खींचे जाने की यह घटना गोदान एक्सप्रेस ट्रेन में हुई. इसके बाद ट्रेन टिटवाला और खडावली स्टेशन के बीच एक नदी पर बने ब्रिज पर ही रुक गई. रेलवे की ओर से शेयर इस 40 सेकंड के वीडियो में रेलकर्मी खतरा मोल लेते हुए ट्रेन के नीचे जाते नजर आता है. वह ट्रेन के नीचे पहुंचकर अलार्म चेन को रीसेट करता है. रेलवे ब्रिज की पटरियों पर किसी तरह संतुलन बनाते हुए यह रेल कर्मचारी वापस कोच के दरवाजे तक आता है. वीडियो में साफ नजर आता है कि नदी पर बने इस पुल पर ट्रेन के चेन अलार्म को रिसेट करना कितना खतरनाक था.
रेलवे कर्मचारियों को बेहतर सुरक्षा संसाधन मुहैया कराने की मांग
रेलवे के मुताबिक, खतरा मोल लेकर ट्रेन को सामान्य स्थिति में पहुंचाने वाले इस कर्मचारी का नाम सतीश कुमार है, जो सेंट्रल रेलवे में असिस्टेंट लोको पायलट हैं. वीडियो पोस्ट करके रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे सिर्फ इमर्जेंसी के हालात में ही चेन पुलिंग करें. उधर, वीडियो पर लोगों की काफी प्रतिक्रियाएं भी आई हैं. बहुत सारे सोशल मीडिया यूजर्स ने रेलवे कर्मचारी की बहादुरी की जमकर तारीफ की. वहीं एक सोशल मीडिया यूजर ने सुझाव दिया कि ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए रेलवे कर्मचारियों को बेहतर सुरक्षा संसाधन मुहैया कराए जाने चाहिए. वहीं, कुछ का कहना था कि ट्रेनों में शरारती तत्वों से निपटने के लिए सीसीटीवी लगने चाहिए.
बार-बार चेन पुलिंग यात्रियों के लिए खतरनाक
आपातकालीन स्थिति में चलती ट्रेन को रोकने के लिए हर बोगी में एक चेन की सुविधा होती है, जिसे खींचने पर ट्रेन रुक जाती है. लेकिन ट्रेन में यात्रा कर रहे लोग कई बार बिना आपातकालीन स्थिति के ही चेन पुलिंग करते हैं. इसकी वजह से कई बार ट्रेनें लेट हो जाती हैं. इसकी वजह से रेलवे को भारी नुकसान भी झेलना पड़ता है. चेन पुलिंग से कई बार केवल आर्थिक नुकसान ही नहीं, बल्कि ट्रेन के पटरी से उतर जाने का खतरा भी बढ़ जाता है, जो यात्रियों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.
ट्रेन में चेन पुलिंग के नियम के साथ-साथ कुछ नियम ट्रेन में यात्रियों के सामान को लेकर भी बनाए गए हैं. ट्रेन में कई चीजें ऐसी ही, जो यात्री अपने साथ लेकर नहीं जा सकते हैं. ट्रेन में यदि कोई यात्री ज्वलनशील पदार्थ जैसे मिट्टी का तेल, पेट्रोल, पटाखे और गैस सिलेंडर आदि जैसी ज्वलनशील सामग्री लेकर चलता है तो फिर यह उल्लंघन है. इसके लिए उसे जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है
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