किसी ने संस्कृत में तो किसी ने याद करके ली शपथ... लोकसभा में दिखी पूरे भारत की झलक

18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो चुका है. पहले दिन नवनिर्वाचित सांसदों ने शपथ ली. इस  शपथ ग्रहण समारोह में भारतीय संस्कृति के विभिन्न रंग और भाषा की विविधता दिखाई दी, जहां देश के अलग-अलग हिस्से से चुनकर आने वाले सांसदों ने हिंदी, अंग्रेजी से साथ-साथ अपनी मात्र भाषा में शपथ ग्रहण की.

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शाम्भवी चौधरी, के. सुरेश और बांसुरी स्वराज. शाम्भवी चौधरी, के. सुरेश और बांसुरी स्वराज.

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 24 जून 2024,
  • अपडेटेड 9:16 PM IST

24 जून से 18वीं लोकसभा का पहला सत्र शुरू हो चुका है. पहले दिन नवनिर्वाचित सांसदों ने शपथ ली. इस  शपथ ग्रहण समारोह में भारतीय संस्कृति के विभिन्न रंग और भाषा की विविधता दिखाई दी, जहां देश के अलग-अलग हिस्से से चुन जाने वाले सांसदों नेअपनी-अपनी मात्र भाषा में शपथ ग्रहण की. 

प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि ने पीएम नरेंद्र मोदी को एक सांसद के तौर पर शपथ दिलाई. पीएम ने हिंदी में शपथ ली. प्रोटेम स्पीकर ने गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, फग्गन सिंह कुलस्ते और राधा मोहन सिंह ने शपथ दिलाई. इन सभी सांसदों ने भी हिंदी में शपथ को पढ़ा.

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वहीं, जब प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और शिक्षा मंत्री शपथ ले रहे थे तो संसद सत्र के दौरान विपक्ष ने संविधान की प्रतियां दिखाईं और एक बार फिर संसद में चुनावी माहौल जैसा आलम हो गया.

बांसुरी स्वराज ने संस्कृत में ली शपथ

नई दिल्ली लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद बांसुरी स्वराज ने संस्कृत भाषा में शपथ ली. बता दें कि उनकी मां और बीजेपी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज ने पहली बार सांसद चुने जाने के बाद सांसद  के तौर पर संस्कृत भाषा में ही शपथ ग्रहण की थी. बांसुरी के अलावा गोवा उत्तर लोकसभा सीट से छठी बार जीत हासिल कर संसद भवन पहुंचे श्रीपाद येसो नाइक ने संस्कृत भाषा में शपथ ली. 

शांभवी चौधरी ने बिना देखी पढ़ी शपथ

बिहार के समस्तीपुर से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की सांसद शाम्भवी चौधरी ने सांसद के तौर पर शपथ लेते हुए अपनी शपथ को बिना देखे पढ़ा था. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को एक लाख से ज्यादा वोटों से मात दी थी.

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केरल के सांसद ने हिंदी में ली शपथ

केरल से कांग्रेस के सांसद कोडिकुन्निल सुरेश ने हिंदी में शपथ ली, जिससे सदन में एकदम से आश्चर्य का माहौल हो गया. कोडिकुन्निल सुरेश के हिंदी में शपथ लेने से कई सांसद खुश होकर मेज को थपथपाने लगे. उन्होंने साल 2019 में भी हिंदी में शपथ ग्रहण की थी.

धर्मेंद्र प्रधान ने उड़िया में ली शपथ

ओडिशा के संबलपुर से सांसद और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उड़िया भाषा में शपथ ली. वहीं, जैसे ही केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने शपथ लेना शुरू किया तो विपक्षी सांसदों ने नीट-नीट और शेम-शेम का शोर मचाना शुरू कर दिया. इस दौरान अधिक हो-हल्ला करने पर विपक्ष को डांटना पड़ा.

इन सांसदों ने भी अपनी मात्र भाषा में ली शपथ

वहीं, पश्चिम बंगाल से बीजेपी सांसद सुकांत मजूमदार ने बांग्ला भाषा में शपथ ग्रहण की तो महाराष्ट्र की पुणे लोकसभा सीट से सांसद मुरलीधर मोहोल ने मराठी भाषा में शपथ ली. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री और जम्मू -कश्मीर की उधमपुर सीट से बीजेपी सांसद जितेंद्र सिंह ने डोगरी भाषा में शपथ ग्रहण की और केंद्रीय मंत्री और टीडीपी सांसद राममोहन नायडू ने तेलुगु भाषा में शपथ ली.

इसके अलावा बिहार की दरभंगा लोकसभा सीट से सांसद गोपाल जी ठाकुर ने मैथिली भाषा में शपथ ग्रहण की.

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