रूसी हेलिकॉप्टरों पर इजरायली मिसाइल, जानिए भारत ने क्यों किया ये फैसला?

भारत रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे जंग से सबक लेते हुए एमआई-17 हेलिकॉप्टर पर इजरायली एंटी टैंक मिसाइल तैनात करेगा. इससे दुश्मन के ठिकानों को 30 किलोमीटर से भेदा जा सकता है.

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दुश्मन के ठिकानों को 30 किलोमीटर से नीचे गिरा सकता है दुश्मन के ठिकानों को 30 किलोमीटर से नीचे गिरा सकता है

मंजीत नेगी

  • दिल्ली,
  • 24 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 4:34 PM IST
  • मिसाइलें देश में पहले ही पहुंच चुकी हैं
  • 30 किमी से भेद सकता है दुश्मन का ठिकाना

भारत अपने रूसी एमआई-17 हेलिकॉप्टर पर इजरायली एंटी टैंक मिसाइल तैनात कर रहा है. दुश्मन की बख्तरबंद रेजीमेंटों के खिलाफ अपनी मारक क्षमता बढ़ाने की दिशा में एक कदम बढ़ाते हुए भारत अपने एमआई-17 हेलिकॉप्टरों में इजरायल की लंबी दूरी की टैंक रोधी मिसाइलें तैनात कर रहा है. यह दुश्मन के ठिकानों को 30 किमी से भेद सकता है. सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि इजरायली स्पाइक नॉन लाइन ऑफ साइट (NLOS) एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलों को रूसी एमआई -17 हेलिकॉप्टरों पर तैनात किया जा रहा है, जो पहाड़ी इलाकों में उड़ान भर सकते हैं और अगर लक्ष्य दिखाई न भी दे तो 30 किलोमीटर की दूरी पर हमला कर सकते हैं.

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उन्होंने बताया कि मिसाइलें देश में पहले ही पहुंच चुकी हैं और उन्हें पश्चिमी क्षेत्र में एमआई-17 पर तैनात किया जा रहा है. भारतीय सशस्त्र बल ने रूस यूक्रेन जंग से सीखा है और इसे अपने वहां लागू कर रहे हैं, जहां टैंक और एंटी टैंक मिसाइल बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किए जा रहे हैं.

सूत्रों ने कहा कि अब तक चल रहे संघर्ष में टैंक रोधी मिसाइलों को बढ़त मिली है, जहां यूरोपीय देश यूक्रेनी सेना को बड़ी संख्या में एंटी टैंक और एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइलों की आपूर्ति कर रहे हैं. भारत इन सशस्त्र हेलिकॉप्टरों को लद्दाख और आसपास के क्षेत्रों में ऊंचे पहाड़ी इलाकों में भी तैनात कर सकता है, जहां चीनियों ने बड़ी संख्या में अपनी बख्तरबंद रेजिमेंटों को तैनात किया है.

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