फरीदाबाद टेरर केस की पुलिस जांच में अब एक और महिला डॉक्टर का नाम सामने आया है. पुलिस ने जिस स्विफ्ट कार से विस्फोटक बरामद किए हैं वो इसी महिला डॉक्टर के नाम पर रजिस्टर्ड है. हालांकि वो पहले ही जम्मू-कश्मीर पुलिस के सामने पेश हो चुकी है. हरियाणा पुलिस के सूत्रों के मुताबिक मुजम्मिल पिछले तीन साल से फरीदाबाद में रह रहा था लेकिन उसके पास हथियार और विस्फोटक हाल ही में पहुंचे लगते हैं. माना जा रहा है कि ये हथियार और विस्फोटक करीब 15 दिन पहले उसके पास पहुंचे.
बता दें कि मुजम्मिल को 10 दिन पहले फरीदाबाद क्राइम ब्रांच और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया था. उसकी गिरफ्तारी जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा जुटाए गए इनपुट्स के आधार पर हुई थी. फिलहाल फरीदाबाद के कई इलाकों में रेड की जा रही है जिनमें अल फलाह कॉलेज के आसपास का एरिया भी शामिल है जहां मुजम्मिल पढ़ाया करता था.
पुलिस को शक है कि मुजम्मिल के संपर्क में रहने वाले कुछ स्थानीय लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है. जांच अधिकारी यह भी संभावना जता रहे हैं कि अल फलाह कॉलेज के कुछ स्टाफ से भी पूछताछ की जा सकती है.
कार में क्या-क्या मिला
जम्मू कश्मीर पुलिस और फरीदाबाद पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में मुजम्मिल को गिरफ्तार किया था. मुजम्मिल पीसीसी डॉक्टर है और फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में डॉक्टर था. वो पिछले तकरीबन साढ़े तीन साल से यहां रह रहा था. मुजम्मिल की निशान देही से फरीदाबाद पुलिस ने एक स्विफ्ट कार बरामद की. इस स्विफ्ट कार के अंदर से Krinkob एसॉल्ट राइफल पुलिस ने बरामद की है. पुलिस को इस एसॉल्ट राइफल की तीन मैगजीन भी मिली. पुलिस ने 83 राउंड इस एसॉल्ट राइफल के बरामद किए. पुलिस ने एक पिस्टल 8 राउंड 2 पिस्टल की मैगजीन और दो खाली खोखे भी बरामद किए.
यूनिवर्सिटी कैंपस में चल रहा था आतंकी मॉड्यूल?
पुलिस को तकरीबन 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट मुजम्मिल की निशानदेही के बाद मिला है. मुजम्मिल ने धोज इलाके में एक कमरा किराए पर लिया हुआ था वहां से अमोनियम नाइट्रेट बरामद हुआ है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक तकरीबन 15 दिन पहले ही अमोनियम नाइट्रेट डॉक्टर तक पहुंचा था. अमोनियम नाइट्रेट आठ बड़े सूटकेस और चार छोटे सूटकेस में छुपा कर रखा हुआ था. अमोनियम नाइट्रेट को छुपाने के लिए ही डॉक्टर मुजम्मिल ने धौज इलाके में कमरा किराए पर लिया था.
डॉ मुजम्मिल के धौज वाले कमरे से पुलिस को 20 टाइमर और 20 बैटरी भी मिली है. डॉ मुजम्मिल अलफलाह यूनिवर्सिटी में सीनियर डॉक्टर के तौर पर यूनिवर्सिटी के कैंपस में ही रहता था. डॉ मुजम्मिल को 10 दिन पहले पुलिस ने गिरफ्तार किया था. डॉ मुजम्मिल के जैश ए मोहम्मद से जुड़े होने के लिंक और पक्के सबूत पुलिस को मिले हैं.
अरविंद ओझा