कनाडा में रथयात्रा के दौरान भक्तों पर फेंके गए अंडे, भारत ने जताई कड़ी आपत्ति

कनाडा के टोरंटो में आयोजित रथयात्रा के दौरान अज्ञात लोगों ने भक्तों पर अंडे फेंक दिए. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद भारत सरकार ने इसे निंदनीय बताया और कनाडाई प्रशासन से दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है. यह घटना ISKCON की 53वीं वार्षिक रथयात्रा के दौरान हुई, जिससे दुनियाभर में भगवान जगन्नाथ के भक्तों की भावनाएं आहत हुई हैं.

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जगन्नाथ रथयात्रा में खलल की कोशिश (Photo: Screengrab) जगन्नाथ रथयात्रा में खलल की कोशिश (Photo: Screengrab)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 14 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 9:25 PM IST

कनाडा के टोरंटो शहर में आयोजित भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के दौरान उस समय तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई जब अज्ञात लोगों ने भक्तों पर अंडे फेंके. यह घटना उस समय हुई जब श्रद्धालु सड़कों पर भजन-कीर्तन करते हुए रथयात्रा में शामिल हो रहे थे. इस घटना ने दुनियाभर में भगवान जगन्नाथ के श्रद्धालुओं को आहत किया है और भारत सरकार ने कनाडा से इस पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

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घटना की जानकारी इंस्टाग्राम यूजर संगना बजाज ने दी, जिन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, 'किसी ने ऊंची इमारत से हम पर अंडे फेंके, क्यों? क्योंकि हमारी आस्था है? क्योंकि हमारी खुशी उन्हें अच्छी नहीं लगी? लेकिन हमने रुकना नहीं चुना, क्योंकि जब भगवान जगन्नाथ सड़कों पर हों, तब नफरत कुछ नहीं कर सकती.'

यह घटना इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (ISKCON) द्वारा आयोजित 53वीं वार्षिक रथयात्रा के दौरान हुई. इस भव्य आयोजन में हजारों लोग शामिल होते हैं, जहां भक्तगण नाचते-गाते भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा देवी के रथ को खींचते हैं.

घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने इसे 'घृणित और निंदनीय' बताया. उन्होंने कहा, 'टोरंटो में आयोजित रथयात्रा के दौरान कुछ शरारती तत्वों द्वारा व्यवधान उत्पन्न किया गया, जो त्योहार की आत्मा के खिलाफ है. हमने इस विषय को कनाडाई अधिकारियों के सामने सख्ती से उठाया है और अपेक्षा करते हैं कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.'

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ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक ने भी इस घटना पर दुख जताते हुए X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, 'यह घटना न केवल विश्वभर के भक्तों की भावनाओं को आहत करती है, बल्कि ओडिशा के लोगों के लिए भी अत्यंत पीड़ादायक है.' भारतीय समुदाय और प्रवासी भारतीयों ने भी इस कृत्य की कड़ी निंदा की है और कनाडा सरकार से इस पर त्वरित और ठोस कार्रवाई की मांग की है.

 

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