गोकुल चिट फंड पर ED का शिकंजा... चेन्नई में 1.5 करोड़ कैश जब्त, 1000 करोड़ के फॉरेक्स घोटाले की जांच जारी

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को तमिलनाडु और केरल में स्थित गोकुल चिट फंड के कई दफ्तरों पर छापेमारी करते हुए 1.5 करोड़ रुपये नकद जब्त किए हैं. यह छापेमारी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत चल रहे 1000 करोड़ के मामले की जांच के तहत की गई है.

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ईडी ने जब्त किए डेढ़ करोड़ रुपये कैश. (Photo: Aajtak) ईडी ने जब्त किए डेढ़ करोड़ रुपये कैश. (Photo: Aajtak)

मुनीष पांडे

  • चेन्नई,
  • 05 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 11:53 AM IST

तमिलनाडु और केरल में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की बड़ी कार्रवाई सामने आई है. एजेंसी ने गोकुल चिट फंड के कई दफ्तरों पर छापा मारकर 1.5 करोड़ रुपये नकद जब्त किए हैं. यह कार्रवाई विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के उल्लंघन से जुड़े एक मामले के तहत की गई है, जिसमें लगभग 1000 करोड़ रुपये के संदिग्ध विदेशी लेनदेन की जांच की जा रही है.

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चेन्नई के कोडंबाक्कम क्षेत्र में स्थित कंपनी के मुख्य कार्यालय सहित कई ठिकानों पर यह छापेमारी की गई. यह वही कंपनी है, जो मलयालम फिल्म L2: Empuraan के प्रोडक्शन से भी जुड़ी बताई जा रही है. ईडी की टीमें चेन्नई के कोडंबक्कम क्षेत्र में स्थित कंपनी के कार्यालय सहित अन्य परिसरों पर भी पहुंचीं. कार्रवाई के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल उपकरण भी जब्त किए गए हैं, जिनसे हवाला लेन-देन और अवैध विदेशी रेमिटेंस की आशंका जताई जा रही है.

गौरतलब है कि गोकुल चिट फंड कंपनी मलयालम फिल्म L2: Empuraan के निर्माताओं में भी शामिल है, जिससे यह मामला और अधिक सुर्खियों में आ गया है. ईडी सूत्रों का कहना है कि कंपनी की गतिविधियों की गहराई से जांच की जा रही है कि कहीं इसके माध्यम से विदेशी मुद्रा कानूनों का उल्लंघन तो नहीं हुआ.

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यह भी पढ़ें: ‘L2: Empuraan’ के प्रोड्यूसर गोकुलम गोपालन पर ईडी का शिकंजा! कई ठिकानों पर छापेमारी

ईडी को शक है कि कंपनी ने अवैध रूप से विदेशी निवेश प्राप्त किए और उन्हें हवाला चैनलों के जरिये इधर-उधर किया. छापेमारी के दौरान बरामद नकदी से इस आशंका को और बल मिला है.

फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ाव रखने वाली इस कंपनी की गतिविधियों को अब अलग-अलग एंगल से देखा जा रहा है. जांच एजेंसी यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि फिल्म निर्माण के नाम पर कहीं पैसे को वाइट करने की कोशिश तो नहीं की गई. फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय ने बरामद कैश सील कर लिया है और कंपनी के संबंधित अधिकारियों से पूछताछ शुरू कर दी है. अगर जांच में ठोस सबूत सामने आते हैं, तो इस केस में बड़े आर्थिक अपराध की तस्वीर सामने आ सकती है.

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