गो फर्स्ट की अब 12 मई तक उड़ानें रद्द, कंपनी ने पैसेंजर्स से क्या कहा?

गो फर्स्ट की 12 मई 2023 तक की उड़ानें रद्द दी गई हैं. कंपनी ने कहा है कि परिचालन संबंधी कारणों से यह फैसला किया है. गो फर्स्ट की 3 मई से उड़ानें कैंसिल चल रही हैं. इस संबंध में एयरलाइंस की ओर से जानकारी शेयर की गई है. वहीं, एयरलाइंस के यात्रियों ने अपने टिकट रिफंड की मांग का मुद्दा उठाया है.

Advertisement
एयरलाइंस के यात्रियों ने अपने टिकट रिफंड की मांग का मुद्दा उठाया है.  (फाइल फोटो) एयरलाइंस के यात्रियों ने अपने टिकट रिफंड की मांग का मुद्दा उठाया है. (फाइल फोटो)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 05 मई 2023,
  • अपडेटेड 10:51 PM IST

विमानन कंपनी गो फर्स्ट ने 12 मई तक अपनी सभी उड़ानें रद्द कर दी हैं. कंपनी ने शुक्रवार को पैसेंजर्स से माफी भी मांगी और किसी भी जानकारी के लिए कंपनी की वेबसाइट पर संपर्क करने की अपील की है. विमानन कंपनी गो फर्स्ट इस वक्त आर्थिक संकट का सामना कर रही है.

कंपनी ने अपने बयान में कहा- परिचालन संबंधी कारणों से गो फर्स्ट की 12 मई 2023 तक की उड़ानें रद्द हैं. हम असुविधा के लिए क्षमा चाहते हैं और ग्राहकों से ज्यादा जानकारी के लिए https://t.co/qRNQ4oQjYT पर जाने का अनुरोध करते हैं. किसी भी सवाल के लिए कृपया इस वेबसाइट पर https://t.co/wqQIm6ZDqT बेझिझक हमसे संपर्क करें.

Advertisement

3 मई से गो फर्स्ट की सभी फ्लाइट्स कैंसिल

बता दें कि इससे पहले कंपनी ने 3 से 5 मई तक के लिए अपनी सभी उड़ानों को कैंसिल कर दिया था, लेकिन बाद में इसे 9 मई तक बढ़ा दिया गया था. यही नहीं, डीजीसीए (DGCA) ने इसके टिकटों की बुकिंग को 15 मई तक के लिए रोक दिया है.

अब इस तारीख तक नहीं उड़ेंगे Go First के विमान, DGCA ने कहा- यात्रियों के लौटाओ पैसे

एनसीएलटी में दिया है आवेदन 

DGCA के मुताबिक, एयरलाइन टिकट बुकिंग का पैसा लौटाने या फिर मौजूदा टिकट पर भविष्य में यात्रा के लिए इस्तेमाल करने की अनुमति देने पर भी विचार कर रही है. इससे पहले गो फर्स्ट की ओर से खुद एनसीएलटी (NCLT) में वॉलंटरी इनसॉल्वेंसी प्रॉसीडिंग (Voluntary Insolvancy Proceedings) के लिए आवेदन दिया गया है. फ्लाइट्स पर रोक की तारीख में बढ़ोतरी की जानकारी देते हुए एयरलाइन चीफ कौशिक खोना ने कहा कि Go First के बेड़े में मौजूद कुल विमानों में से आधे ग्राउंडेड हैं. खोनो के मुताबिक, ये एक बहुत दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है. लेकिनहमें कंपनी के हितों की रक्षा के लिए इस तरह का निर्णय लेना पड़ा है.

Advertisement

संकट के लिए सबसे बड़ा कारण...

 Go First की ओर से कहा गया है कि ऑपरेशनल कारणों से एयरलाइंस की फ्लाइट्स को कैंसिल किया गया है. सीईओ कौशिक खोना ने इस संबंध में कहा है कि एयरलाइंस को इंजन मुहैया कराने वाली अमेरिकी फर्म प्रैट एंड व्हिटनी (P&W) की ओर से सप्लाई रोकने की वजह से आज एयरलाइन के समक्ष यह संकट पैदा हुआ है. उन्होंने भरोसा दिलाते हुए कहा है कि गो फर्स्ट मैनेजमेंट इस संकट की स्थिति से निपटने के लिए भी उचित कदम उठा रही है और हमें कर्मचारियों की चिंता है.

2005 में शुरू हुई थी एयरलाइंस 

वाडिया ग्रुप की एयरलाइन कंपनी Go First ने 2005 में एविएशन सेक्टर में एंट्री की थी. शुरुआत में महज दो विमान पट्टे पर लिए गए थे, जो अब बढ़कर 61 विमान हो गए हैं. इनमें 56 A320 नियो और 5 विमान A320 CEO शामिल हैं. शुरुआत में वाडिया ग्रुप ने Go Air लॉन्च करके विमानन उद्योग में प्रवेश किया था, जिसे बाद में Go First के रूप में रि-ब्रांडेड किया गया था. पिछले तीन सालों में प्रमोटरों ने एयरलाइन में भारी भरकम निवेश किया है. ये आंकड़ा 3,200 करोड़ रुपये का है. इसमें बीते दो सालों में बी 2,400 करोड़ रुपये का इन्वेस्ट किया गया है. 

Advertisement

बंद होगी एक और एयरलाइंस, दो दिन तक Go First की सभी फ्लाइटें कैंसिल, कंपनी ने खुद को बताया दिवालिया!

तेल कंपनियों का नहीं कर पाई है भुगतान?

फिलहाल, गो फर्स्ट Cash & Carry मोड पर चल रही है. यानी इसे जितनी फ्लाइट संचालित करनी हैं, कंपनी को उनके लिए डेली पेमेंट करना होगा. कंपनी ने दिवालिया होने के लिए जो आवेदन किया है, उनके मुताबिक कंपनी पर 6,527 करोड़ रुपये का कर्ज हो चुका है. एयरलाइंस को इंजन मुहैया कराने वाली कंपनी प्रैटी एंड एंड व्हिटनी (Pratt & Whitney) ने सप्लाई बंद कर दी है और कंपनी ऑपरेशनल क्रेडिटर्स की पेमेंट में भी चूक गई है. तेल कंपनियों के बकाया का भुगतान ना कर पाने के चलते सभी उड़ानों को रद्द करना पड़ा है. 

रिफंड की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश 

गौरतलब है कि कंपनी ने दिवालिया कार्रवाई के तहत सरकार से संकट से निकालने की भी मांग रखी है. इसके बाद एयरलाइंस के यात्रियों ने अपने टिकट रिफंड की मांग का मुद्दा उठाया है. अब विमानन नियामक डीजीसीए ने इसे लेकर एक आदेश जारी किया है और कहा है कि गो फर्स्ट यात्रियों को रिफंड की प्रक्रिया शुरू कर दे. इससे पहले डीजीसीए ने एयरलाइन को तीन मई से पांच मई तक के लिए उड़ानें रद्द करने को लेकर कारण बताओ नोटिस जारी किया था और 24 घंटे में इसका जवाब मांगा था. इस नोटिस का जवाब मिलने के बाद नियामक ने कहा है कि गो फर्स्ट की ओर से अचानक ऑपरेशन बंद किए जाने के बाद वह यात्रियों की समस्याओं को कम से कम करने के लिए प्रतिबद्ध है.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement