ओडिशा में कमर्शियल ड्राइवरों के संघ ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है, ड्राइवरों के काम बंद करने से यात्री बस सेवाएं, पेट्रोलियम उत्पादों और दूध का परिवहन बुरी तरह प्रभावित हुआ है.
राज्य सरकार द्वारा उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन मिलने के बाद, ओडिशा ड्राइवर महासंघ ने आंदोलन के तीसरे दिन शनिवार रात को हड़ताल वापस लेने की घोषणा की.
महासंघ के अध्यक्ष प्रशांत मेंडुली ने कहा, "हमें उम्मीद है कि ओडिशा सरकार हमारी मांगें पूरी करेगी." राज्य परिवहन आयुक्त अमिताभ ठाकुर ने भी कहा कि ड्राइवरों ने हड़ताल वापस ले ली है और अब स्थिति सामान्य हो जाएगी.
देश भर में ड्राइवर बीएनएस के तहत 'हिट-एंड-रन' मामलों के कड़े प्रावधानों को लेकर हड़ताल पर थे, चालकों ने यह भी कहा कि दुर्घटना होने पर आईपीसी की धारा 304 के तहत दो साल की सजा का प्रावधान पहले से है.
बीएनएस के प्रावधानों के अनुसार, जो चालक लापरवाही से गाड़ी चलाने की वजह से गंभीर सड़क दुर्घटना का कारण बनते हैं और पुलिस या प्रशासन के किसी अधिकारी को सूचित किए बिना भाग जाते हैं, उन्हें 10 साल तक की कैद या 7 लाख रुपये का जुर्माना हो सकता है.
इस बीच, ड्राइवरों की हड़ताल से राज्य में पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की ढुलाई बुरी तरह प्रभावित हुई है.
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